Free Trade Agreement: भारत और 4 यूरोपीय देशों के संगठन ईएफटीए (EFTA) के बीच रविवार को फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर साइन हो गए थे. इस एग्रीमेंट के तहत ईएफटीए के मेंबर आइसलैंड, लाइकेस्टाइन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड 15 साल में भारत में लगभग 100 अरब डॉलर का निवेश करेंगे. इससे करीब 10 लाख नई नौकरियां पैदा होंगी. साथ ही भारत में यूरोप का सामान सस्ता होकर आसानी से मिल सकेगा. भारतीय प्रोडक्ट भी अब इन चारों देशों में खूब दिखाई देंगे. आइए एक नजर डाल लेते हैं कि यूरोप के कौन-कौन से सामान भारत में सस्ते हो जाएंगे.
शुल्क कम होने से होगा सभी का फायदा
दरअसल इस डील का चलते भारत इन चारों देशों से आने वाले सामानों और सेवाओं पर से शुल्क कम करेगा. इसका सीधा फायदा कस्टमर्स को होगा. ईएफटीए मेंबर (Iceland, Liechtenstein, Norway, Switzerland) के सामान भारत में पहले से ही काफी पसंद किए जाते हैं. इसलिए इस समझौते को बेहद अहम माना जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भी इस डील की सराहना करते हुए कहा था कि इससे भारत को बहुत फायदा पहुंचेगा.
सरकार और उपभोक्ता दोनों को राहत
इंडिया ईएफटीए ट्रेड डील से न सिर्फ सरकार बल्कि उपभोक्ताओं को भी राहत मिलेगी. वित्त वर्ष 2022-23 में भारत और इन देशों के बीच 18.65 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था. मगर, इसमें भारत का व्यापार घाटा 14.8 अरब डॉलर रहा था. इसके अलावा वित्त वर्ष 2021-22 के 27.23 अरब डॉलर व्यापार से भी यह आंकड़ा काफी कम रहा था.
जानिए क्या हो जाएगा सस्ता
इस डील के बाद स्विस घड़ियां, फार्मा प्रोडक्ट, फर्टीलाइजर्स, चॉकलेट, मिनरल्स, टेक्सटाइल्स, स्मार्टफोन, आयरन और स्टील प्रोडक्ट सस्ते होंगे. भारत और एईएफटीए के बीच होने वाले व्यापार में स्विट्जरलैंड का लगभग 91 फीसदी हिस्सा है. स्विस प्रोडक्ट भारत में बहुत पसंद किए जाते हैं. मगर, ये काफी महंगे पड़ते हैं. अब इस डील के बाद भारतीयों का पसंदीदा यूरोपीय सामान देश में सस्ता पड़ेगा. भारत स्विस घड़ियों पर 20 फीसदी और यूरोपीय चॉकलेट पर 30 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगाता है. भारत सरकार की कोशिश है कि रिसर्च एवं डेवलपमेंट, बैंकिंग एवं फाइनेंशियल सर्विसेज, डिजिटल ट्रेड, बायोटेक्नोलॉजी और फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में इन देशों से सहयोग बढ़ाया जाए. इसके अलावा सीफूड, मेडिटेरेनियन फल, कॉफी, तेल, मिठाइयां, प्रोसेस्ड फूड, घड़ियां और शराब भी सस्ती होने वाली हैं.
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