Agriculture Pruduct Export: भारत कृषि क्षेत्र में तेज विकास कर रहा है. यही कारण है कि अप्रैल से अक्टूबर तिमाही के दौरान भारत ने पिछले साल की तुलना में ​अधिक निर्यात किया है. कृषि ​मंत्रालय की ओर से सोमवार को दी गई जानकारी के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर अवधि के दौरान भारत का कृषि और संबद्ध वस्तुओं का निर्यात 11.97 प्रतिशत बढ़कर 30.21 अरब डॉलर हो चुका है. 


वहीं वित्त वर्ष 2021-22 की अप्रैल से अक्टूबर समय के दौरान कुल निर्यात 26.98 बिलियन डालर था. भारत से गेहूं, बासमाती राइस, कच्चा कपास, अरंडी का तेल, कॉफी और फल का भारत से प्रमुख तौर पर निर्यात किया किया गया है. इसी तरह, वित्त वर्ष 2021-22 में कुल निर्यात 20 प्रतिशत बढ़कर 50.24 अरब डॉलर किया था, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष के दौरान 41.86 अरब डॉलर का कुल निर्यात किया गया है. 


46.56 लाख टन गेहूं का निर्यात 


राज्यसभा में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने जानकारी दी है कि गेहूं का निर्यात अप्रैल-अक्टूबर की अवधि के दौरान 1.5 अरब डॉलर का हुआ है, जो 46.56 लाख टन है. जबकि बासमती राइस का निर्यात 2.54 अरब डॉलर (24.10 लाख टन) रहा है. 


चार हजार से अधिक किसान संगठन रजिस्टर्ड 


​कृषि मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी कि 22 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में करीब 1 हजार 260 थोक मंडियों को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट से जोड़ा गया है. इसमें 1.72 करोड़ किसान और 2.13 लाख व्यापारी दिसंबर तक रजिस्टर्ड हुए हैं. साथ ही 4,015 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को नई योजना के साथ रजिस्टर्ड किया गया है.  


किसान रेल की वजह से बढ़ी उपज 


कृषि मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार मंत्रालय ने कहा कि जुलाई 2020 में 'किसान रेल' की सुविधा शुरू की गई थी. इसके बाद से ही कृषि उपज और आयात निर्यात में सुविधा हुई है. इस कारण कृषि उपज रसद में सुधार हुआ है. बता दें कि इस साल दिसंबर तक देश में 167 मार्गों पर किसान रेल चलाई गईं हैं.


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