Meta Layoffs India 2022: दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक (Facebook) की पैरेंट कंपनी मेटा (Meta) ने अपने 11,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इस बीच एक भारतीय ने अपना दर्द बयां किया है. इस भारतीय ने दो दिन पहले ही मेटा कंपनी को ज्वाइन किया था. लेकिन जैसे ही इसे पता चला कि उसकी नौकरी चली गई है, तो वह निराश हो गया. उसने ये दर्द सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जो कि बड़ी तेजी के साथ वायरल हो रहा है. 


क्या है पूरा किस्सा 


भारत के एक व्यक्ति हिमांशु (Himanshu) ने अपनी आपबीती को सोशल मीडिया पर शेयर की है. उन्होंने लिखा वे फेसबुक, वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम की मूल कंपनी मेटा (Meta) में जॉब करने के लिए कनाडा गए. जॉइनिंग के 2 दिन बाद ही उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया. वे कंपनी में हुई भारी छंटनी (Meta lay off) का शिकार हो गए. अब वे एक विकट स्थिति में फंसे हैं. नौकरी करने कनाडा आए और दो दिन में ही जॉब चली गई. मेटा प्लेटफॉर्म इंक ने बुधवार को 11,000 कर्मचरियों की छंटनी की है.


लिंक्डइन में बयां किया दुख


हिमांशु के लिंक्डइन पोस्ट के अनुसार, मेटा ने आज एक ही झटके में 11 हजार कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया है. इसमें हिमांशु भी शामिल है. उन्होंने एक लिंक्डइन पोस्ट में अपना दुख बयां किया है. उन्होंने लिखा, 'इस समय जो भी इस तरह की कठिन परिस्थिति का सामना कर रहा है, मुझे उसके लिए बहुत दुख हो रहा है. अब मेरा क्या होगा? ईमानदारी से कहूं, तो मेरे पास कोई आइडिया नहीं हैं. आगे क्या होगा मैं उसका इंतजार कर रहा हूं. अगर आपको कनाडा या भारत में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के लिए किसी हायरिंग या पोस्ट के बारे में जानकारी है, तो कृपया मुझे बताएं.' उन्होंने फ्लिपकार्ट, गिटहब और एडोब जैसे ब्रैंड्स के साथ काम किया है.


छंटनी के पीछे ये है कारण


मेटा का कहना है कि उसने कंपनी की लागत को कम करने के लिए छंटनी का फैसला लिया है. बढ़ी हुई लागत मुनाफे को खा रही है और इससे आमदनी में गिरावट आ रही है. 


एलन मस्क भी कर चुके है छटनी 


इससे पहले एलन मस्क (Elon Musk) के ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट ने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को बाहर निकाला है. ट्विटर (Twitter) ने पिछले हफ्ते अपने आधे कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था.


13 फीसदी कर्मचारियों को हटाया


मेटा के सीईओ मार्क जकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने बुधवार को एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, 'आज मैं आपसे मेटा के इतिहास के कुछ सबसे कठिन फैसले शेयर कर रहा हूं. मैंने अपनी टीम के आकार को 13 फीसदी घटाने का फैसला लिया है. इससे हमारे 11,000 प्रतिभाशाली कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी.' फेसबुक, इंस्टाग्राम (Instagram) और वॉट्सएप (WhatsApp) तीनों की पेरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक (Meta Platforms Inc) ही है. मेटा में छंटनी से पहले 87,000 कर्मचारी काम करते हैं. कंपनी ने इनमें से 13 फीसदी कर्मचारियों को बाहर किया है.


16 हफ्ते का बेसिक वेतन मिलेगा 


जकरबर्ग ने कहा कि 'हम विवेकाधीन खर्च में कटौती करके और हायरिंग फ्रीज करने जैसे अतिरिक्त कदम उठा रहे हैं, जिससे कंपनी को अधिक कुशल बनाया जा सके. कंपनी ने कहा कि इन कर्मचारियों को सेवा के प्रत्येक वर्ष के लिए दो अतिरिक्त सप्ताह के साथ 16 हफ्ते का बेसिक वेतन दिया जाएगा. कर्मचारियों को छह महीने के लिए हेल्थकेयर खर्च भी मिलेगा.


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