(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Social Media King: सिर्फ 23 साल की उम्र में बने अरबपति, आज हैं दुनिया के 5वें सबसे दौलतमंद शख्स
Youngest Billionaire: सोशल मीडिया से पूरी दुनिया को जीतने वाला यह इंसान फिलहाल दुनिया का पांचवां सबसे रईस व्यक्ति है. इस साल वह लगभग 7.15 अरब डॉलर कमा चुके हैं.
Youngest Billionaire: आज हम आपको एक ऐसे शख्स की कहानी बताने जा रहे हैं, जो कि मात्र 23 साल की उम्र में बिलेनियर (अरबपति) बन गया था. यह सुनने में थोड़ा हैरान करने वाला तथ्य है. मगर, 100 फीसदी सच है. आज उनकी कमाई भारत के सबसे अमीर शख्सों में गिने जाने वाले मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और गौतम अडानी (Gautam Adani) से भी ज्यादा है. हम बात कर रहे हैं फेसबुक (Facebook) के मालिक मार्क जकरबर्ग (Mark Zuckerberg) की.
दुनिया के 5वें सबसे अमीर इंसान
सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी फेसबुक के फाउंडर मार्क जकरबर्ग की दौलत अब इतनी बढ़ चुकी है कि वो दुनिया के 5वें सबसे अमीर इंसान हैं. अंबानी-अडानी के अलावा भारत के रतन टाटा और अजीम प्रेमजी भी दौलत के मामले में उनके सामने कहीं नहीं ठहरते. जकरबर्ग फिलहाल 39 साल के हैं. उन्होंने फरवरी 2004 में फेसबुक की स्थापना कर दी थी. उस समय वह मात्र 19 साल के थे. जब उनकी उम्र 23 साल की हुई तो दुनिया के सबसे युवा अरबपति होने का खिताब हासिल कर चुके थे.
पिछले साल उनकी दौलत लगभग 72 अरब डॉलर बढ़ी
मार्क जकरबर्ग इस समय फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा (Meta) के सीईओ हैं. पिछले साल उनकी दौलत लगभग 72 अरब डॉलर बढ़ी है. इस साल वह लगभग 7.15 अरब डॉलर कमा चुके हैं. ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स (Bloomberg's Billionaires Index) के मुताबिक, जकरबर्ग की कुल संपत्ति 135 अरब डॉलर को पार कर चुकी है.
तीन दोस्तों के साथ फेसबुक को जन्म दिया
14 मई, 1984 को न्यूयॉर्क के व्हाइट प्लेंस में जन्मे जकरबर्ग ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के कमरे में अपने तीन दोस्तों के साथ फेसबुक को जन्म दिया. इसके बाद कुछ ही समय में यह लगातार दुनिया का सबसे बड़ा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बना हुआ है. उन्होंने मई, 2012 में फेसबुक को पब्लिक कंपनी बनाने का फैसला लिया. वह उस समय का सबसे बड़ा टेक आईपीओ था. साल 2022 में कंपनी का रेवेन्यू 117 बिलियन डॉलर रहा था. साथ ही इसके मासिक यूजर्स की संख्या 3.7 अरब हो चुकी थी.
याहू का 1 अरब डॉलर का ऑफर ठुकरा दिया था
जकरबर्ग के पास मेटा प्लेटफॉर्म्स की लगभग 13 फीसदी हिस्सेदारी है. साल 2004 में उन्हें वेंचर कैपिटलिस्ट पीटर थिएल से 5 लाख डॉलर का एंजेल इन्वेस्टमेंट मिला था. इसके बाद 2005 में कंपनी को फेसबुक का नाम मिला. इसी साल याहू ने फेसबुक को 1 अरब डॉलर में खरीदने का ऑफर दिया, जिसे जकरबर्ग ने अस्वीकार कर दिया.
मेटा के अंदर फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म मौजूद
साल 2014 में कंपनी ने व्हाट्सएप को 19 बिलियन डॉलर में खरीदने का फैसला लिया. इस बड़ी डील ने गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल जैसी दिग्गज कंपनियों को भी पीछे छोड़ दिया. साल 2021 में कंपनी का नाम बदलकर मेटा प्लेटफॉर्म्स (Meta Platforms ) कर दिया गया. मेटा के अंदर फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म आते हैं. इनका मार्केट कैप 962.38 बिलियन डॉलर है. मेटा फिलहाल दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी कंपनी है.
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