Meta Facebook Layoffs: फेसबुक (Facebook) की पैरेंट कंपनी मेटा ( Meta) ने अपने 11,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. माना जा रहा है कि मेटा के इस फैसले का असर भारत ( India) में काम कर रहे उसके कर्मचारियों पर भी पड़ सकता है. मेटा के कर्मचारियों के छंटनी के फैसले का असर भारत में उसके अलग अलग वर्टिकल्स में काम कर रही टीम पर पड़ने के आसार हैं. हालांकि भारत में मेटा के इस फैसले से कितने लोग प्रभावित हुए हैं इसकी सही संख्या का अब तक पता नहीं चला है. 


भारत में मेटा का बेहतर परफॉर्मेंस 
मेटा के भारत में करीब 400 कर्मचारी हैं और फाइनैंशियल परफॉर्मेंस के लिहाज से उसका ऑपरेशन यहां बेहतर रहा है. बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म टॉफलर के मुताबिक फेसबुक इंडिया का नेट प्रॉफिट 2021-22 में 297 करोड़ रुपये रहा है जो 2020-21 में 128 करोड़ रुपये रहा था. जबकि 2021-22 में रेवेन्यू में 56 फीसदी का इजाफा हुआ है और ये 2324 करोड़ रुपये रहा है जबकि 2020-21 में रेवेन्यू 1485 करोड़ रुपये रहा था. हाल ही में मेटा के इंडिया हेड रहे अजीत मोहन ने इस्तीफा दे दिया है और वे स्नैप का इंडिया ऑपरेशन देख रहे हैं जो स्नैपचैट की पैरेंट कंपनी है.  


18 साल में सबसे बड़ी छंटनी
फेसबुक के 18 साल के इतिहास में ये सबसे बड़ी छंटनी है. ट्विटर ने भारत में काम करने अपने 90 फीसदी कर्मचारियों को निकाल दिया उसके बाद फेसबुक ने अपने 13 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है. मेटा ने 2023 की पहली तिमाही तक कोई हायरिंग भी नहीं करने का फैसला किया है. दरअसल कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के दौरान जब लोग अपने घरों में बंद थे तो टेक कंपनियों में बूम देखने को मिला था लेकिन बंदिशें खत्म होने के बाद टेक इंडस्ट्री में स्लोडाउन देखने को मिल रहा है.  


दिग्गज कंपनियां कर रही छंटनी 
वैश्विक आर्थिक संकट, बढ़ती ब्याज दरें और रेग्युलेटरी चुनौतियों के चलते अल्फाबेट (Alphabet) और अमेजन ( Amazon) जैसी कंपनियां या तो छंटनी कर रही हैं या हायरिंग पर रोक लगा रही हैं.  स्नैप (Sanp) ने 1300 लोगों की छंटनी की है साथ ही निवेश घटाया है. माइक्रोसॉफ्ट ( Microsoft) ने 1000 लोगों की छंटनी की है. ट्विटर ( Twitter) के खरीदने के बाद एलन मस्क ( Elon Musk)  ने 50 फीसदी से ज्यादा कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. 


विज्ञापन से आय में कमी
अमेरिका में आने वाली मंदी का असर मेटा और उसके एडवर्टाइजर्स पर अभी से पड़ने लगा है. साथ ही एप्पल के प्राइवेसी टूल्स का भी फेसबुक इंस्टाग्राम और स्नैप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर असर पड़ा है. टिकटॉक से भी फेसबुक को चुनौती मिल रही है.   पिछले महीने मेटा के खराब नतीजों के बाद निवेशकों ने मेटा के मार्केट वैल्यू में 80 अरब डॉलर की कटौती कर दी थी. इसी वर्ष खराब नतीजों के चलते फरवरी महीने में एक ही दिन में मेटा के वैल्यूएशन में 230 अरब डॉलर की कमी थी जो अमेरिका के कॉरपोरेट इतिहास का एक दिन में हुआ सबसे बड़ा नुकसान था.  


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