नई दिल्ली: किसान आंदोलन की आंच अब कॉरपोरेट घरानों तक भी महसूस की जाने लगी है. किसान आंदोलन के चलते देश की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों में अब एक नए किस्म की कॉरपोरेट वॉर देखने को मिल रही है. टेलीकॉम कंपनियों के बीच अब एमएनपी यानी मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी को लेकर नई जंग सामने आई है जिसका ताल्लुक सीधा किसान आंदोलन से है. इस पूरे मामले में रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड ने टेलीकॉम नियामक ट्राई से भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया की शिकायत की है. रिलायंस जियो ने 10 दिसंबर को ट्राई को यह शिकायती पत्र भेजा है.
क्या है पूरा मामला?
किसान आंदोलन में रिलायंस जियो के बहिष्कार की गूंज टेलीकॉम नियामक ट्राई तक पहुंच चुकी है. मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस जियो ने ट्राई को चिट्ठी लिख कर एयरटेल और वोडाफोन-आईडिया की शिकायत की. रिलायंस जियो ने कहा है कि एयरटेल और वोडाफोन आईडिया अपने कर्मचारियों, एजेंट और रिटेलरों के द्वारा पंजाब और उत्तर भारत में भ्रामक MNP (मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी) का कैंपेन चला रही हैं. इसके चलते रिलायंस जियो को बड़े पैमाने पर मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की दरख्वास्त आ रही है.
जियो के नेटवर्क से दूसरे ऑपरेटरों के नेटवर्क पर अपना नंबर पोर्ट कराने की सबसे बड़ी वजह ग्राहक किसान आंदोलन को ही बता रहे हैं. इसके चलते कंपनी के नेटवर्क से बड़े पैमाने पर ग्राहक दूसरे टेलीकॉम ऑपरेटर्स के नेटवर्क पर अपना नंबर पोर्ट करा रहे हैं. रिलायंस जियो ने ट्राई से शिकायत की है कि अब ना सिर्फ उत्तर भारत में बल्कि महाराष्ट्र जैसे अन्य राज्यों में भी भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रिलायंस जियो के बहिष्कार के कैंपेन को गलत तरीकों से बढ़ावा दे रही हैं.
रिलायंस जियो को तगड़ा झटका
अपनी चिट्ठी में रिलायंस जियो ने साफ किया है कि पंजाब समेत उत्तर भारत में भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ऐसे कैंपेन को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर हवा दे रही हैं जिससे कंपनी की छवि खराब होती है. इसके चलते बड़े पैमाने पर रिलायंस जियो के ग्राहक रिलायंस जियो के नेटवर्क से अपना नंबर पोर्ट करा रहे हैं. कंपनी ने इस संबंध में जो कैंपेन चलाए जा रहे हैं इस चिट्ठी के साथ संलग्न किए हैं.
एयरटेल और वोडाफोन आईडिया ने नकारे आरोप
रिलायंस जियो के आरोपों के सामने आने के बाद एयरटेल ने भी ट्राई को चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में एयरटेल ने रिलायंस जियो के आरोपों को सिरे से नकार दिया है. इसके अलावा वोडाफोन आईडिया ने भी रिलायंस जियो के सभी आरोपों को आधारहीन बताया है.