Corporate FD Rates: आरबीआई (RBI) के रेपो रेट ( Repo Rate) बढ़ाने के फैसले के बाद बैंकों ने अपने फिक्स्ड डिपॉजिट्स ( Fixed DEposits) पर ब्याज दरें बढ़ाया है तो कॉरपोरेट्स डिपॉजिट्स ( Corporate Deposits) पर भी ब्याज दरें बढ़ी हैं. हाउसिंग फाइनैंस कंपनियों ( Housing Finance Companies) से लेकर नॉन बैंकिंग फाईनैंशियल कंपनी (NBFC) ने भी अपने डिपॉजिट्स पर ब्याज दरें बढ़ाने का सिलसिला शुरू कर दिया है. एचडीएफसी (HDFC), बजाज फाइनैंस (Bajaj Finance), पीएनबी हाउसिंग फाइनैंस ( PNB Housing Finance), श्रीराम ट्रांसपोर्ट ( Sriram Transport) ने अपने डिपॉजिट स्कीमों में 10 से 25 बेसिस प्वाइंट तक ब्याज दरें बढ़ाने का फैसला किया है.
कॉरपोरेट डिपॉजिट्स पर बढ़ी ब्याज दरें
हालांकि ब्याज दरें बढ़ने का सिलसिला अभी शुरू ही हुआ है इसलिए ये माना जा रहा है कि भविष्य में ब्याज दरें और भी बढ़ाई जा सकती हैं. एचडीएफसी ने 12 से 36 महीने की अवधि वाले फिक्स्ड डिपॉजिट्स पर 20 बेसिस प्वाइंट तो 36 से 120 महीने वाले एफडी पर 10 बेसिस प्वाइंट ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है जो 15 जून से लागू हो चुका है. बजाज फाइनैंस 1 से 5 साल के अवधि वाले एफडी पर 25 बेसिस प्वाइंट ब्याज दरें बढ़ाई है. वहीं पीएनबी हाउसिंग फाइनैंस 48 से 59 महीने वाले एफडी पर 10 बेसिस प्वाइंट ब्याज दरें बढ़ाई है. इन वित्तीय संस्थाओं ने हालांकि ब्याज दरें कम बढ़ाई है बावजूद ये बैंकों के मुकाबले ज्यादा ब्याज दे रहे हैं.
कॉरपोरेट एफडी पर बैंकों के एफडी से ज्यादा रिटर्न
उदाहरण के लिए 3 से 5 साल के अवधि वाले एफडी पर बजाज फाइनैंस (Bajaj Finance) जहां 7.35 फीसदी ब्याज दे रहा है वहीं एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) केवल 5.70 फीसदी दे रहा है. यानि 1.65 फीसदी ज्यादा रिटर्न. 44 महीने के डिपॉजिट स्कीम के लिए बजाज फाइनैंस 7.35 फीसदी ब्याज दे रहा है वहीं हाउसिंग फाइनैंस कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड केवल 61.5 फीसदी ब्याज चुका रहा है. श्रीराम ट्रांसपोर्ट ( Sriram Transport) 60 महीने के एफडी पर 7.9 फीसदी ब्याज दे रहा है वहीं 48 महीने के एफडी पर 7.8 फीसदी ब्याज मिल रहा है.
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