Fedbank Financial Services IPO: फेडरल बैंक की इस सब्सिडियरी का आने वाला है आईपीओ, सस्ता लोन देने के लिए फेमस है कंपनी
FedFina IPO: फेडारल बैंक की यह सब्सिडियरी सस्ता लोन देने के लिए फेमस है. इस सब्सिडिरी कंपनी का फोकस रिटेल लोन पर है. अब कंपनी शेयर बाजार में उतरने जा रही है...
आईपीओ के लिहाज से अगला सप्ताह शेयर बाजार के लिए खास होने वाला है. एक तरफ करीब 2 दशक के बाद टाटा समूह का नया आईपीओ लॉन्च होने वाला है. वहीं फेडरल बैंक की एक सब्सिडियरी का भी अगले सप्ताह आईपीओ लॉन्च हो रहा है.
इस बिजनेस में एक्टिव कंपनी
यह आईपीओ ला रही है फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, जो फेडरल बैंक की एक सब्सिडियरी कंपनी है. यह कंपनी रिटेल लोन पर ज्यादा फोकस रखती है और गोल्ड लोन से लेकर होम लोन, लोन अंगेस्ट प्रॉपर्टी और बिजनेस लोन जैसे प्रोडक्ट ऑफर करती है. पिछले साल यह कंपनी सबसे सस्ते लोन को लेकर चर्चा में रही थी. एमएसएमई और गोल्ड लोन के मामले में इस कंपनी की ब्याज दरें दूसरी सबसे कम रही थीं.
आईपीओ से इतने की उम्मीद
फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड को फेड फिना के नाम से भी जाना जाता है. इसका आईपीओ 22 नवंबर बुधवार को ओपन होने वाला है. आईपीओ बोली लगाने के लिए 24 नवंबर तक ओपन रहने वाला है. कंपनी ने अपने प्रस्तावित आईपीओ के लिए 133 से 140 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. इसके एक लॉट में 107 शेयर हैं. यानी बोली लगाने के लिए कम से कम 14,980 रुपये की जरूरत होगी.
फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज के इस आईपीओ का साइज करीब 1,100 करोड़ रुपये रहने वाला है. आईपीओ में 600 करोड़ रुपये के शेयरों का फ्रेश इश्यू होगा. उसके अलावा आईपीओ में ऑफर फोर सेल भी होगा. ओएफएस के तहत फेडरल बैंक और एक अन्य शेयरहोल्डर ट्रू नॉर्थ फंड मिलकर करीब 3.5 करोड़ शेयर बेचने वाले हैं. कुल मिलाकर कंपनी को आईपीओ से 1,092.26 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है.
यहां करेगी पूंजी का इस्तेमाल
आईपीओ से जुटाई गई पूंजी का इस्तेमाल कंपनी अपने टिअर-1 कैपिटल बेस को मजबूत बनाने में करने वाली है. इस तरह कंपनी को बिजनेस और एसेट में ग्रोथ के साथ बढ़ रही पूंजी की जरूरतों को पूरा करने की तैयारी करने में मदद मिलेगी.
ऐसी है देश में उपस्थिति
अभी फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज देश के 16 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के 191 जिलों में उपस्थिति रखती है. कंपनी के पास देश में करीब 575 ब्रांच हैं. आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान जैसे राज्यों समेत दक्षिणी भारत और पश्चिमी भारत के बाजारों में कंपनी की मजबूत उपस्थिति है.
ये भी पढ़ें: अडानी के सामने आए जिंदल और मित्तल, इस सीमेंट कंपनी के लिए आमने-सामने भिड़ंत