US Fed Reserve: महंगाई से मुकाबला के लिए फेड रिजर्व ने एक बार फिर अपने पॉलिसी रेट में इजाफा किया है. बुधवार को फेड रिजर्व बैंक ने 25 बेसिस प्वॉइंट या 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है. इस बढ़ोतरी के साथ अमेरिका में फेड रेट बढ़कर 16 साल के हाई लेवल पर चला गया है. 


फेड रिजर्व की ओर से इस बढ़ोतरी के बाद कहा गया है कि इससे आगे कोई बढ़ोतरी नहीं होगा. फेड की ओर से लगातार 10वीं बार रेट बढ़ाए गए हैं. फेडरल ओपन मार्केट कमेटी ने बुधवार को अपने बयान में कहा कि समिति आने वाली सूचनाओं की बारीकी से निगरानी करेगी और मॉनिटरी पॉलिसी के प्रभाव का आकलन करेगी. 


बैंकिंग सिस्टम मजबूत 


पॉलिसी मीटिंग के बाद फेड रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि बैंकिंग सिस्टम मजबूत और लचीला बना हुआ है. हालांकि फाइनेशियल सिस्टम में हुई उथल पुथल से खर्च और ग्रोथ दोनों की स्पीड सुस्त हो सकती है. फेड रिजर्व के ​इस कदम से लोन और महंगा हो जाएगा. 


फेड रिजर्व का ब्याज कितना हुआ 


फेड रिजर्व बैंक पिछले 14 महीने से लगातार फेड रिजर्व बैंक के रेट में बढ़ोतरी कर रहा है. इस बढ़ोतरी से आॅटो लोन से लेकर क्रेडिट कार्ड बोरॉइंग और बिजनेस लोन का ब्याज दर दोगुना हो चुका है. फेडरल रिजर्व की ओर से इस बढ़ोतरी से पहले ब्याज 5 फीसदी था और अब 5.25 फीसदी हो चुका है. यह 2007 के बाद का हाई लेवल है. 


नौकरी के अवसर घटे हुई ज्यादा छंटनी


मंगलवार को श्रम विभाग की एक मासिक रिपोर्ट जारी हुई थी, जिसमें दिखाया गया कि नौकरी के अवसर गिर गए और मार्च में छंटनी बढ़ गई. इस कारण संकेत है कि जॉब मार्केट इस प्रभाव को महसूस करेगी. अभी भी बढ़ती बेरोजगारी की संभावनाएं वाशिंगटन में खतरे की घंटी बजा रही हैं.


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