Fertilizer Subsidy 2022-23: भारतीय किसानों को मिलने वाली उर्वरक सब्सिडी को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. केंद्र सरकार चालू वित्‍तवर्ष 2022-23 में उर्वरक पर सब्सिडी का दायरा बढ़ाने जा रही है. इस साल यह सब्सिडी बढ़ाकर 2.3 से 2.5 लाख करोड़ रुपये की जाने की उम्मीद है.


वही अगले वित्‍तवर्ष में इसमें 25 फीसदी की बड़ी गिरावट भी आ सकती है. इस बारे में फर्टिलाइजर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (FAI) ने कुछ आंकड़े पेश किए हैं. इसमें बताया जा रहा है कि, भारत के किसानों को उर्वरक पर मिलने वाली सब्सिडी को कितना बढ़ाया जा सकता है. 


एफएआई ने क्या कहा 


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फर्टिलाइजर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (FAI) का कहना है कि 2023-24 में ग्‍लोबल मार्केट में खाद की कीमतों में नरमी आने से सरकार की सब्सिडी कम हो सकती है. एफएआई ने कहा कि सरकार की सब्सिडी के बावजूद उद्योंगों को बहुत कम मार्जिन मिल रहा है. साथ ही ग्‍लोबल मार्केट में कीमतें बढ़ने की वजह से घरेलू बाजार में खाद के खुदरा दाम पर लगातार दबाव बढ़ रहा है. इस सेक्‍टर में तेजी से निवेश कम होता जा रहा है. देश में रबी सीजन के लिए पर्याप्‍त मात्रा में खाद है और यूरिया, डीएपी जैसे फर्टिलाइजर्स की फिलहाल कोई कमी नहीं है.


कच्‍चे माल की बढ़ी कीमतों दबाव नहीं


एफएआई (FAI) के अध्‍यक्ष केएस राजू का कहना है कि सब्सिडी में बढ़ोतरी से किसानों को बढ़ी कीमतों से राहत मिलेगी और उन पर ग्‍लोबल मार्केट में फर्टिलाइजर्स व कच्‍चे माल की बढ़ी कीमतों का दबाव भी नहीं पड़ेगा. पिछले वित्‍तवर्ष में फर्टिलाइजर्स सब्सिडी 162 लाख करोड़ रुपये थी.


25 फीसदी की गिरावट की उम्मीद


एफएआई (FAI) के बोर्ड सदस्‍य पीएस गहलौत का कहना है कि 2023 में फर्टिलाइजर्स सब्सिडी में 25 फीसदी की बड़ी गिरावट आ सकती है. यह मौजूदा सब्सिडी की तुलना में करीब 65 हजार करोड़ रुपये रहेगी. ग्‍लोबल मार्केट में कच्‍चे माल और फर्टिलाइजर्स की कीमतों में काफी नरमी आ रही है. यह वायदा बाजार पर ही निर्भर करता है.


क्या है कारण 


ग्‍लोबल मार्केट में फर्टिलाइजर्स की कीमतों में लगातार नरमी का असर देखने को मिल रहा है. अप्रैल, 2021 में डीएपी की कीमत 555 डॉलर प्रति टन थी, जो जुलाई 2022 में बढ़कर 945 डॉलर पहुंच गई थी. अब यह अक्‍टूबर में वापस गिरकर 722 डॉलर तक पहुंच गई है. फॉस्‍फोरिक एसिड का भाव जुलाई, 2022 में 1718 डॉलर प्रति टन तक चला गया था, जो अभी 1355 डॉलर प्रति टन पर है. वही दूसरी ओर आयातित यूरिया की कीमत दिसंबर, 2021 में 1,000 डॉलर प्रति टन थी, जो अब 600 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गई है.


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