नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को आने वाले महीनों में ताबड़तोड मौके मिल सकते हैं. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में फेस्टिव सीजन के दौरान नौकरियों के लाखों मौके सामने आ सकते हैं, जिनसे नौकरी खोज रहे लोगों की तलाश पूरी हो सकती है.


10-12 लाख एक्स्ट्रा गिग वर्कर्स की जरूरत


ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, त्योहारी सीजन में ई-कॉमर्स कंपनियों को लाखों लोगों की जरूरत पड़ने वाली है. रिपोर्ट के अनुसार, ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट और जेप्टो जैसी क्विक कॉमर्स कंपनियों में गिग वर्कर्स की डिमांड में 40 फीसदी की जबरदस्त तेजी आ सकती है. ऐसा माना जा रहा है कि होम डिलीवरी करने के लिए ई-कॉमर्स कंपनियों को त्योहारी महीनों में 10-12 लाख अतिरिक्त गिग वर्कर्स की जरूरत पड़ेगी.


ई-कॉमर्स और फूड डिलीवरी में भी मौके


रिपोर्ट में इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के हवाले से बताया गया है कि जब फेस्टिव सीजन अपने पीक पर होगा, उस समय ई-कॉमर्स और फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म को लगभग 20 फीसदी ज्यादा गिग वर्कर्स को अपने साथ जोड़ने की जरूरत पड़ेगी. मतलब आने वाले त्योहारी महीनों में क्विक कॉमर्स के साथ-साथ पारंपरिक ई-कॉमर्स और फूड डिलीवरी सेगमेंट में भी नौकरियां आने वाली हैं.


इतने लाख लोगों को मिल रहा रोजगार


रिपोर्ट के अनुसार, अभी विभिन्न क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म के साथ करीब 3-4 लाख राइडर काम कर रहे हैं. वहीं ई-कॉमर्स और फूड डिलीवरी कंपनियों के साथ काम कर रहे राइडर्स की संख्या 40-50 लाख तक है. उनमें से दो-तिहाई गिग वर्कर्स सिर्फ ई-कॉमर्स इकोसिस्टम से जुड़े हुए हैं. अभी इन तीनों सेगमेंट में क्विक कॉमर्स में मिल रही नौकरियां भले ही सबसे कम हों, लेकिन उसमें सबसे तेज ग्रोथ आ रही है.


ई-कॉमर्स कंपनियों की बढ़ रही पहुंच


दरअसल स्मार्टफोन और किफायती इंटरनेट ने ई-कॉमर्स कंपनियों को दूर-दराज के गांवों तक पहुंचा दिया है. ग्रामीण इलाकों में भी लोग बड़ी संख्या में ऑनलाइन शॉपिंग को तरजीह देने लगे हैं. फेस्टिव सीजन के दौरान जब ई-कॉमर्स कंपनियां तगड़े ऑफर्स लेकर आती हैं, उनकी बिक्री और बढ़ जाती है. ग्राहकों की बढ़ी डिमांड को पूरा करने और अंतिम छोर तक सामानों को पहुंचाने के लिए उन्हें अतिरिक्त कामगारों की जरूरत पड़ती है.


लोगों को मिलते हैं कमाने के एक्स्ट्रा मौके


इससे एक तरफ कंपनियों को अपना दायरा बढ़ाने में मदद मिलती है, दूसरी ओर त्योहारी मौसम में लोगों को कमाई करने के अतिरिक्त मौके मिल जाते हैं. बताया जाता है कि ई-कॉमर्स कंपनियां गिग वर्कर्स को हर डिलीवरी पर 20 से 30 रुपये तक का भुगतान करती हैं.


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