Finance Minister US Visit: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) आधिकारिक यात्रा पर अमेरिका (USA) गई हुई हैं और वहां विभिन्न बैठकों और कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए फिलहाल वॉशिंगटन (Washington) में हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने अमेरिकी दौरे के दौरान अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की मैनेजिंग डायरेक्टर यानी एमडी क्रिस्टलीना जॉर्जिवा के साथ मुलाकात की है. ये मुलाकात आईएमएफ-वर्ल्ड बैंक की स्प्रिंग मीटिंग के साथ हुई. इस बैठक में भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी जैसे भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार अनंत वी नागेश्वरन और आईएमएफ की गीता गोपीनाथ ने भी हिस्सा लिया. 


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात की और भू-राजनीतिक हालात के असर सहित कई मुद्दों पर चर्चा की. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों के मौके पर हुई इस भेंट के दौरान आईएमएफ प्रमुख ने भारत के अच्छी तरह से लक्षित नीति का उल्लेख किया, जिसने देश की अर्थव्यवस्था को सीमित वित्तीय साधनों के साथ भी लचीला रहने में मदद की है.


उन्होंने आर्थिक संकट से निपटने के लिए श्रीलंका को भारत द्वारा दी गई मदद की सराहना की और भरोसा दिया कि आईएमएफ श्रीलंका के साथ सक्रिय रूप से जुड़कर काम करता रहेगा. वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हाल के भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर चर्चा करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव और इसके कारण ऊर्जा की बढ़ती कीमतों से जुड़ी चुनौतियों के बारे में चिंता जताई.’’


सीतारमण ने आर्थिक पुनरुद्धार पर भारतीय नीति के संबंध में बताया कि सरकार पूंजीगत व्यय के जरिए आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि प्रमुख संरचनात्मक सुधारों और मजबूत मौद्रिक नीतियों के साथ देश के उदार राजकोषीय रुख ने महामारी से उबरने में मदद की है.


उम्मीद है कि दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत की वृद्धि दर सबसे अधिक रहेगी. आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार देश चालू वित्त वर्ष में 8-8.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज कर सकता है. सीतारमण ने आईएमएफ-विश्व बैंक की बैठक के मौके पर श्रीलंका के वित्त मंत्री अली साबरी से भी मुलाकात की और श्रीलंका की मौजूदा आर्थिक स्थिति और चुनौतियों पर चर्चा की. उन्होंने साबरी को भरोसा दिया कि एक घनिष्ठ मित्र और अच्छे पड़ोसी के रूप में, भारत श्रीलंका को हर संभव मदद देने की कोशिश करेगा. सीतारमण ने इंडोनेशिया की वित्त मंत्री मुल्यानी इंद्रावती के साथ बैठक भी की.


वित्त मंत्री ने क्रिप्टोकरेंसी के खतरे से चेताया
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) को लेकर चिंता जताते हुए दुनिया को चेताया है. उन्होंने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी का सबसे बड़ा जोखिम मनी लॉन्ड्रिंग और आतंक के वित्तपोषण यानी टेरर फंडिंग (terror funding) में इस्तेमाल होने को लेकर है. सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ की मीटिंग में उन्होंने यह बात कही.


क्या हो सकता है हल- वित्त मंत्री ने बताया
इसके साथ ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दुनिया के सभी देशों को अलर्ट करते हुए कहा कि क्रिप्टोकरेंसी के जोखिम को कम करने के लिए तकनीाक का इस्तेमाल करके रेगुलेशन के जरिए कुछ नियम-कानून बनाना ही इसका एकमात्र सॉल्यूशन हो सकता है. आईएमएफ की वसंत मीटिंग (spring meet) के दौरान आयोजित सेमिनार में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि उन्हें लगता है बोर्ड के सभी देशों के लिए क्रिप्टोकरेंसी का यूज सही तरीके से हो, ये एक मंथन का पहलू है और इसके लिए सभी देशों को मिलकर प्रयास करने चाहिए.


इन कार्यक्रमों में लिया हिस्सा
वित्त मंत्री ने वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ, G20 और फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स यानी एफएटीएफ के साथ आधिकारिक मीटिंग कीं. इसके अलावा निर्मला सीतारमण ने वाशिंगटन डीसी स्थित एक थिंक टैंक अटलांटिक काउंसिल के एक कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया. 


क्या है वित्त मंत्री का कार्यक्रम
वित्त मंत्री सीतारमण 24 अप्रैल को सैन फ्रांसिस्को जाएंगी, जहां वह व्यापारिक नेताओं के साथ बातचीत करेंगी. इसके साथ ही वो स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के साथ भी बातचीत करेंगी. वित्त मंत्री अमेरिका से 27 अप्रैल को भारत के लिए रवाना होंगी.


ये भी पढ़ें


Stock Market Opening: शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स 200 अंक से ज्यादा चढ़कर 57400 के करीब, निफ्टी 17250 के ऊपर



Petrol Diesel Rate Today: क्या आज बढ़े पेट्रोल-डीजल के रेट या मिली राहत? जानें आपके शहर के लेटेस्ट रेट्स