Budget 2023: मोदी सरकार (Modi Government) के दूसरे कार्यकाल के आखिरी पूर्ण बजट के लिए अलग अलग सेक्टर्स के प्रतिनिधियों के साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Finance Minister Nirmala Sitharaman) की बजट पूर्व बैठकों ( Pre-Budget Meeting) का दौर 21 नवंबर, 2022 से शुरू होने जा रहा है. चार दिनों तक वित्त मंत्री की अलग अलग क्षेत्रों के जानकारों के साथ कुल सात बैठकें होंगी. इसके अलावा राज्यों के वित्त मंत्रियों के साथ मुदरै में जीएसटी की बैठक के साथ साथ वित्त मंत्री की एक बजट पूर्व बैठक होगी जिसमें बजट से राज्यों की मांगों को सुनेंगी.
21 नवंबर से लेकर 24 नवंबर तक चलने वाले बजट पूर्व बैठक में वित्त मंत्री उद्योगजगत के प्रतिनिधियों, बिजनेस चैंबर, कृषि क्षेत्र के साथ एग्रो प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों, फाइनैंशियल सेक्टर और कैपिटल मार्केट्स, सर्विसेज और ट्रेड के अलावा सोशल सेक्टर, ट्रेड यूनियनों और लेबर आर्गनाईजेशन के अलावा अर्थशात्रियों के साथ बैठक करेंगी और बजट को लेकर उनके सुझाव लेंगी.
हर वर्ष बजट तैयार करने से पहले अलग अलग स्टेकहोल्डर्स के साथ वित्त मंत्री अपने मंत्रालय के आला अधिकारियों, मुख्य आर्थिक सलाहकार के साथ बजट को लेकर उनके सुझावों को सुनती है. साथ ही सभी सेक्टर्स के प्रतिनिधि अपने सुझाव पत्र वित्त मंत्री को सौंपते हैं. नीति आयोग भी बजट को लेकर उद्योगजगत के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक करती है जिसमें प्रधानमंत्री नीति आयोग के चेयरमैन होने के नाते उसमें हिस्सा लेते हैं.
10 अक्टूबर, 2022 से वित्त मंत्रालय के आला अधिकारियों अलग अलग मंत्रालयों, सरकार विभागों के साथ केंद्र शाषित प्रदेशों के अधिकारियों के साथ बजट को लेकर इनपुट ले रहे हैं. सभी विभाग और मंत्रालय अपनी तरफ से वित्त मंत्रालय के सामने मांगे रहे हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी 2023 को अपना पांचवा बजट पेश करेंगी. वित्त मंत्री पहले ही कह चुकी हैं कि इस बार बजट का फोकस अर्थव्यवस्था के ग्रोथ को आगे बढ़ाने के साथ महंगाई पर नकेल कसने पर रहने वाला है.
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