Finance Ministry: सरकारी बैंकों में होंगे कई चीफ जनरल मैनेजर, जानिए क्या जिम्मेदारी संभालेंगे
Public Sector Banks: चीफ जनरल मैनेजर के पद को लेकर गाइडलाइन्स 2019 में जारी की गई थीं. अब वित्त मंत्रालय को लग रहा है कि बैंकों के बढ़ते कारोबार को संभालने के लिए और ज्यादा सीजीएम की जरूरत है.
Public Sector Banks: केंद्र सरकार ने पब्लिक सेक्टर बैंकों में चीफ जनरल मैनेजर (CGM) की पोस्ट बढ़ाने पर गंभीरता से विचार करना शुरू कर दिया है. देश में सरकारी बैंकों के बढ़ते कारोबार और प्रॉफिट के मद्देनजर इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है. फिलहाल पब्लिक सेक्टर बैंकों में 4 जनरल मैनेजर की पोस्ट पर एक चीफ जनरल मैनेजर होता है. ये गाइडलाइन्स 2019 में जारी की गई थीं. अब सरकार को महसूस हो रहा है कि बैंकों के बढ़ते प्रदर्शन को देखते हुए यह नाकाफी है. इसमें इजाफा किया जाना जरूरी हो गया है.
वित्त मंत्रालय में इस प्रस्ताव पर गंभीरता से हो रहा विचार
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, एक से ज्यादा चीफ जनरल मैनेजर नियुक्त करने के प्रस्ताव पर वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) में विचार जारी है. सूत्रों के अनुसार, डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज (Department of Financial Services) को लग रहा है कि बैंकों के बढ़ते कारोबार के हिसाब से ऐसा करना जरूरी हो गया है. एक से ज्यादा सीजीएम होने से बैंकों की तरक्की और तेजी से हो सकेगी. सीजीएम की पोस्ट 10 सरकारी बैंकों के 4 बड़े बैंकों में मर्जर के बाद 2019 में बनाई गई थी.
अपनी जरूरतों के हिसाब से पोस्ट बढ़ाना चाहते हैं बैंक
फिलहाल सीजीएम जनरल मैनेजर और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के बीच ब्रिज का काम करता है. इसके अलावा सरकारी बैंकों ने डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज से डिमांड की है कि उन्हें पोस्ट तय करने का हक दिया जाए ताकि वह अपनी जरूरतों के हिसाब से संख्या तय कर सकें. अभी जीएम, डीजीएम और एजीएम के बीच 1:3:9 का औसत रेश्यो रहता है. बैंकों के बेहतर कामकाज के लिए इसके रिव्यू की जरूरत है. इससे बैंकों को सीनियर अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपने में भी आसानी हो जाएगी.
12 सरकारी बैंकों में काम कर रहे 4 लाख अधिकारी
इस समय देश के 12 सरकारी बैंकों में करीब 4 लाख अधिकारी काम कर रहे हैं. सरकारी बैंकों का मुनाफा मार्च, 2024 में समाप्त वित्त वर्ष में लगभग 1.4 लाख करोड़ रुपये रहा है. इसमें वित्त वर्ष 2023 के 1 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 35 फीसदी उछाल आया है. इसमें से एसबीआई (SBI) का मुनाफा 61,077 करोड़ रुपये रहा है. पीएनबी (PNB) का मुनाफा 8,245 करोड़ रुपये, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of Indi) का 13,649 करोड़ रुपये और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank of India) का 2,549 करोड़ रुपये रहा है.
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