Finance Ministry: बढ़ती महंगाई से हैं परेशान? सरकार के उपायों का कब होगा असर, जानें वित्त मंत्रालय ने क्या कहा
Finance Ministry on Inflation: कल आए खुदरा महंगाई दर के आंकड़ों से ये साफ हो गया कि देश में महंगाई दर के बढ़ने का सिलसिला रुका नहीं है. ऐसे में सरकार की ओर से वित्त मंत्रालय ने बड़ी बात कही है.
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Finance Ministry on Inflation: खुदरा महंगाई दर के आंकड़ों से एक बार फिर सरकार के सामने सवाल खड़ा हो गया है कि बढ़ती महंगाई दर को काबू करने के लिए उसकी ओर से क्या कोशिशें की जा रही हैं. ऐसे में लोगों की इस चिंता को दूर करने के लिए वित्त मंत्रालय ने ट्वीट के माध्यम से अपना रुख बताया है.
वित्त मंत्रालय ने जताया महंगाई कम होने का भरोसा
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि महंगाई दर में बढ़ोतरी का कारण प्रतिकूल तुलनात्मक आधार के अलावा खाद्य वस्तुओं और ईंधन के दाम में आई तेजी है. इसके साथ ही वित्त मंत्रालय ने भरोसा जताया कि महंगाई को काबू में लाने के लिये उठाए गए उठाए गए कदमों का आने वाले महीनों में असर दिखेगा.
कल आए खुदरा महंगाई दर के आंकड़े
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार खुदरा महंगाई दर अगस्त महीने में बढ़कर सात फीसदी पर पहुंच गयी जबकि जुलाई के महीने में यह 6.71 फीसदी थी. वहीं वित्त मंत्रालय ने कहा कि अगस्त में प्रमुख महंगाई दर 5.9 फीसदी रही है जो लगातार चौथे महीने रिजर्व बैंक के अधिकतम संतोषजनक स्तर छह फीसदी से नीचे है. बता दें कि प्रमुख महंगाई दर में खाद्य और ऊर्जा उत्पादों के दाम शामिल नहीं होते हैं.
वित्त मंत्रालय ने किए सिलेसिलेवार ट्वीट
वित्त मंत्रालय ने कल सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, "उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई दर (सकल महंगाई दर) जुलाई 2022 में 6.71 फीसदी से मामूली बढ़कर अगस्त महीने में सात फीसदी पर पहुंच गयी. इसकी वजह प्रतिकूल तुलनात्मक प्रभाव और खाने-पीने की वस्तुओं और फ्यूल के दाम में आई तेजी है." सरकार जो उपाय अपना रही है उनसे आगे चलकर महंगाई दर के काबू में आने की उम्मीद है.
वित्त मंत्रालय ने उम्मीद जतायी है कि सरकार ने आटा, चावल, मैदा आदि के निर्यात पर जो पाबंदी लगायी है, उससे इन कमोडिटीज के दाम में नरमी आने की संभावना है. मंत्रालय के मुताबिक, "सरकार ने घरेलू सप्लाई बनाये रखने और कीमतों में तेजी पर लगाम लगाने के लिये गेहूं आटा, चावल मैदा आदि के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगाये है. इन उपायों का आने वाले महीनों में उल्लेखनीय सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है."
पिछले महीनों में कैसी रही महंगाई दर
खाने पीने की वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते फिर से खुदरा महंगाई दर 7 फीसदी पर जा पहुंची है. वहीं जुलाई में खुदरा महंगाई दर 6.71 फीसदी रही थी. इससे पहले जून में 7.01 फीसदी, मई 2022 में 7.04 फीसदी तो अप्रैल में 7.79 फीसदी खुदरा महंगाई दर रही थी.
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