पिछले साल शुरू हुई वैश्विक छंटनी की रफ्तार अभी भी कम नहीं हुई है. भारत में भी कई सेक्टर की कंपनियों को लगातार छंटनी करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. ताजा मामले में एक और फिनटेक स्टार्टअप कंपनी छंटनी करने पर मजबूर हुई है. ये कोई आम फिनटेक कंपनी भी नहीं है. इसमें पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी निवेश किया हुआ है.
इन कर्मचारियों पर गिरी गाज
हम बात कर रहे हैं बेंगलुरू स्थित फिनटेक कंपनी खाताबुक की. कंपनी ने इस सप्ताह के दौरान ताजे राउंड में कई कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है. बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के इंजीनियरिंग, प्रोडक्ट और मार्केटिंग टीकम के कर्मचारी इस छंटनी का शिकार हुए हैं. कंपनी के बैकएंड एसडीई में काम करने वाले एक कर्मचारी के हवाले से बताया गया है कि छंटनी में टेक के साथ-साथ नॉन-टेक कर्मचारी भी बाहर हुए हैं.
छंटनी के साथ मिली ये राहत
रिपोर्ट के अनुसार, खाताबुक ने छंटनी का शिकार होने वाले कर्मचारियों को कुछ राहत देने का भी प्रयास किया है. काम से निकाले गए कर्मचारियों को कंपनी की ओर से तीन-तीन महीने की सैलरी दी गई है. उसके अलावा कंपनी ने इंश्योरेंस पर एक्सटेंशन भी दिया है. मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि फिनटेक कंपनी लागत को कम करने का प्रयास कर रही है. ताजी छंटनी उन्हीं प्रयासों का हिस्सा है.
कंपनी ने बताई ये बात
खाताबुक का कहना है कि वह मुनाफा कमाने के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपने बिजनेस के कुछ हिस्सों को नए सिरे से समायोजित कर रही है. कंपनी की संरचना को नए सिरे से तैयार करने के प्रयासों के तहत कुल कर्मचारियों में से 6 फीसदी की छंटनी की जा रही है. छंटनी से प्रभावित होने वाले सभी कर्मचारियों को राहत पैकेज दिया जा रहा है.
महेंद्र सिंह धोनी का भी निवेश
खाताबुक एक फिनटेक स्टार्टअप कंपनी है, जो ऐप के माध्यम से कर्ज देने और अकाउंट को मैनेज करने की सुविधा देती है. कंपनी की स्थापना वैभाव कालपे ने की थी. बाद में 2018 में काइट टेक्नोलॉजीज ने खाताबुक का अधिग्रहण कर लिया था. पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी खाताबुक के ब्रांड एंबैसडर हैं. खाताबुक ने बताया था कि एमएस धोनी ने ठीक-ठाक इन्वेस्टमेंट भी किया है. हालांकि इन्वेस्टमेंट की सटीक रकम के बारे में कभी साफ-साफ नहीं बताया गया है.
इतनी है कंपनी की वैल्यू
खाताबुक की वैल्यू की बात करें तो अगस्त 2021 में हुई फंडिंग राउंड में उसकी वैल्यू 600 मिलियन डॉलर आंकी गई थी. तब कंपनी को सीरिज सी फंडिंग राउंड में 100 मिलियन डॉलर जुटाने में सफलता हाथ लगी थी. सीरिज सी राउंड में ट्राइब कैपिटल, मूर स्ट्रेटजिक वेंचर्स, अल्कियॉन कैपिटल, सिकोइया कैपिटल, टेनसेंट, आरटीपी वेंचर्स, यूनिलीवर वेंचर्स और बेटर कैपिटल जैसे इन्वेस्टर्स से फंड मिला था.
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