Fixed Deposit: मैच्योरिटी से पहले ही तुड़वाते हैं FD तो जान लीजिए नियम, कितना देना होगा जुर्माना?
Bank FD: अगर आप फिक्स डिपॉजिट में निवेश कर रहे हैं तो यह जानना जरूरी है कि समय से पहले एफडी बंद करने पर कितना जुर्माना लगेगा.
Senior Citizen FD: रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट (RBI Repo Rate) में कई बार बढ़ोतरी होने से बैंकों ने अपने एफडी ब्याज दर में इजाफा (FD Interest Rate Hike)कर दिया है. ऐसे में एफडी में निवेश (Invest In FD) करने के लिए यह अच्छा समय माना जा रहा है. सीनियर सिटीजन को एफडी (Senior Citizen FD) पर 9 फीसदी तक की ब्याज दी जा रही है. जबकि आम नागरिकों को अधिकतम 7 से 7.5 फीसदी तक का ब्याज मिल रहा है.
अगर आप एफडी में निवेश कर रहे हैं और इमरजेंसी आने पर आप मैच्योरिटी से पहले ही एफडी से पैसा निकालते (FD Withdrawal) हैं तो बैंक के नियमों के बारे में जान लेना चाहिए. बैंक मैच्योरिटी से पहले एफडी पर पैसा निकालने पर जुर्माना लगाते हैं. हम यहां आपको प्रमुख बैंकों के एफडी नियम के बारे में बताने जा रहे हैं. खासकर उन लोगों के लिए यह जरूरी है, जो निवेश कर रहे हैं या फिर निवेश करने वाले हैं.
मैच्योरिटी से पहले पैसा निकालने पर क्या है नियम
ज्यादातर एफडी प्लान (FD Invest Plan) में निवेशकों को समय से पहले पैसा निकालने का विकल्प दिया जाता है. हालांकि आपको कुछ जुर्माने का भुगतान करना होगा. यह चार्ज एफडी की ब्याज दर के 0.5 फीसदी से 3 फीसद तक हो सकता है. आप बैंक या NBFC की नजदीकी ब्रांच, मोबाइल ऐप, नेट बैंकिंग या फिर किसी अन्य जगह से एफडी शुरू की है तो वहां से अपने एफडी को बंद कर सकते हैं.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI FD)
अगर आप एसबीआई बैंक में 5 लाख रुपये तक की एफडी में मैच्योरिटी से पहले पैसा निकालते हैं तो आपको 0.5 फीसदी का जुर्माना देना होगा. वहीं निवेश की राशि 5 लाख रुपये से ज्यादा होने पर 1 फीसदी के हिसाब से पेनाल्टी लगाई जाएगी. बैंक सात दिनों की एफडी जमा पर कोई ब्याज नहीं देता है.
ICICI बैंक की एफडी
अगर आप ICICI बैंक में 5 करोड रुपये से कम की एफडी पर आप मैच्योरिटी से पहले ही राशि निकालते हैं तो आपको एफडी ब्याज का 0.5 प्रतिशत जुर्माना देना होगा. वहीं 5 करोड़ से ज्यादा पांच साल तक या उससे अधिक पर 1.5 प्रतिशत और इससे कम की एफडी पर 1 प्रतिशत का जुर्माना देना होगा.
बजाज फाइनेंस और महिंद्रा फाइनेंस बैंक
इन बैंकों से तीन महीने से पहले निकालने की अनुमति नहीं दी जाती है. अगर आप एफडी बंद करते हैं तो कोई ब्याज नहीं दिया जाएगा. छह महीने के बाद समय से पहले पैसे निकालने पर 2-3 फीसदी का ब्याज जुर्माना लगाया जाता है.