Flashback 2023: इस साल डूब गई ये कंपनियां, चीन-अमेरिका की दिग्गज कंपनियों ने डाले हथियार, जानिए पूरी लिस्ट
Goodbye 2023: इस साल भारत में जेस्टमनी का आखिरी दिन 31 दिसंबर है. इसके अलावा चीन और अमेरिका की कई कंपनियां इस साल दिवालिया हुई हैं.
Goodbye 2023: साल 2023 भारतीय इकोनॉमी के लिए तो बहुत अच्छा रहा. मगर, अमेरिका और यूरोप में सुस्ती का बुरा असर दिखाई दिया. इसके चलते कुछ बड़ी नामचीन कंपनियां विभिन्न कारणों के चलते दबाव नहीं झेल पाईं और आखिरकार उन्होंने इस साल अपने दरवाजे बंद कर दिए. ग्लोबल सुस्ती के चलते सबसे बुरा असर अमेरिकी कंपनियों पर पड़ा. वहां कई कंपनियां दिवालिया घोषित हो गईं. भारत में उनकी सहयोगी कंपनियों को भी इसका बुरा प्रभाव झेलना पड़ा. आइए इस गुजरते साल में उन कंपनियों और कारणों पर एक नजर डाल लेते हैं. विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका में 2020 के बाद सबसे ज्यादा कंपनियों ने दिवालिया होने के लिए याचिका दाखिल की. आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 12 महीनों में दिवालिया होने वाले कॉरपोरेट की संख्या में 30 फीसदी का उछाल आया.
वीवर्क नहीं कर पाई वर्क
कंपनियों को ऑफिस स्पेस प्रदान करने वाली दिग्गज कंपनी वीवर्क (WeWork) ने इस साल अपना बोरिया बिस्तर समेत लिया कंपनी को कोविड-19 के दौरान लगे लॉकडाउन से भयंकर नुकसान हुआ था. तमाम कोशिशों के बावजूद इस झटके से उबरने में वीवर्क असफल रही और नवंबर में आखिरकार उसने दिवालिया घोषित होने की प्रक्रिया शुरू कर दी. एडम न्यूमैन (Adam Neumann) द्वारा 2010 में शुरू की गई कंपनी वीवर्क कभी 47 अरब डॉलर की मार्केट वैल्यू के साथ दुनिया का सबसे मूल्यवान स्टार्टअप बनी थी. हालांकि, इसकी भारतीय कंपनी ने उम्मीद जताई है कि उस पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इसके अलावा बाय नाउ पे लेटर कंपनी जेस्टमनी (ZestMoney) का भारत में आखिरी दिन 31 दिसंबर होगा.
चीन की सबसे बड़ी प्रॉपर्टी कंपनी डूबी
एवरग्रांड (Evergrande) कभी चीन की तरक्की का एक प्रतीक थी. मगर, चीन के इस दूसरे सबसे बड़े प्रॉपर्टी डीलर को अब चीन के पतन का प्रतीक माना जाने लगा है. चीन ने प्रॉपर्टी सेक्टर के लिए नए नियम 2020 में लागू किए इसके चलते कंपनी कैश संकट में फंसने लगी और कर्ज के जाल में फंसकर बर्बाद हो गई. फिलहाल कंपनी के ऊपर 300 अरब डॉलर का कर्ज है. प्रॉपर्टी सेक्टर चीन की जीडीपी में एक चौथाई हिस्सा रखता है. इसी साला अगस्त में आखिरकार कंपनी ने हथियार डालते हुए न्यूयॉर्क में दिवालिया होने की प्रक्रिया शुरू कर दी.
बेड बाथ एंड बियोंड का हुआ बैड अंत
अमेरिका के दिग्गज रिटेलर बेड बाथ एंड बियोंड (Bed, Bath & Beyond) का इस साल दर्दनाक अंत हो गया. लगभग 50 साल पुरानी यह कंपनी अमेरिका में बहुत लोकप्रिय थी. मगर, इसी साल अप्रैल में उसने दिवालिया होने के लिए याचिका दाखिल की. कंपनी ने इसके संकेत जनवरी, 2023 में ही दे दिए थे. उन्होंने बताया था कि कंपनी के पास अब कैश नहीं बचा है. इस जानकारी के बाहर आने के बाद कंपनी के शेयर बुरी तरह लुढ़क गए. बेड बाथ एंड बियोंड के इस हश्र के लिए ऑनलाइन शॉपिंग को भी जिम्मेदार ठहराया गया.
बैंकों ने झेला 2008 जैसा माहौल
यह साल 2008 के वित्तीय संकट की तरह बैंकों के लिए बहुत खराब साबित हुआ. अमेरिकी बैंकिंग सिस्टम में मची उथलपुथल का असर सबसे पहले स्विटजरलैंड के मशहूर क्रेडिट सुइस बैंक पर पड़ा. यह बैंक विवादों में फंसा हुआ था. अमेरिका में भी लोग बैंकों से अपने पैसे निकालने लगे इसके चलते एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप (SVB Financial Group) पर बहुत बुरा असर पड़ा. इसके सब्सिडरी सिलिकॉन वैली बैंक (Silicon Valley Bank) ने दिवालिया होने की अपील दाखिल कर दी. इसके बाद एसवीबी का भी पतन हो गया.
2024 में छंट सकते हैं संकट के बादल
बाजार विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई है कि ग्लोबल सुस्ती की आशंका के ये बादल नए साल 2024 में छंट सकते हैं. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में और बढ़ोतरी नहीं करेगा इसके चलते मौद्रिक नीति में स्थिरता आएगी और कंपनियों को सुधार करने का मौका मिलेगा.
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