Flat Registration Reduced: कोलकाता में दिसंबर के दौरान रेसीडेंशियल प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन दस प्रतिशत घटकर 3,968 यूनिट रहा. वही वर्ष 2021 के दौरान यह संख्या 64 प्रतिशत बढ़कर 45,000 यूनिट पर पहुंच गई. संपत्ति सलाहकार कंपनी नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2020 में मकानों का रजिस्ट्रेशन 4,422 यूनिट था. रिपोर्ट में कहा गया कि वर्ष 2021 के दौरान कोलकाता में 44,940 यूनिट्स का रजिस्ट्रेशन हुआ, जबकि 2020 में यह संख्या 27,328 थी.


रिपोर्ट के अनुसार इसमें से 56 प्रतिशत यूनिट्स का रजिस्ट्रेशन जुलाई 2021 में स्टांप शुल्क में कटौती की शुरुआत के बाद हुआ. रजिस्ट्रेशन का यह आंकड़ा प्राथमिक और द्वितीयक (पुनः बिक्री) आवासीय बाजारों दोनों में किए गए लेनदेन का है. नाइट फ्रैंक ने एक बयान में कहा, 'कोरोना वायरस के कारण अनिश्चितताओं से जूझ रहे हैं कोलकाता में स्टांप शुल्क में दो प्रतिशत की छूट से 2021 की दूसरी छमाही में आवासीय अचल संपत्ति क्षेत्र में सुधार देखा गया.'


नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि स्टांप शुल्क में छूट की अवधि इस महीने समाप्त हो रही है. उन्होंने कहा,'ओमीक्रोन वायरस के बढ़ते मामलों और उसकी रोकथाम के लिये लगाए गये पाबंदियों से नए साल के पहले महीने में संपत्ति रजिस्ट्रेशन संबंधी गतिविधियां प्रभावित हो सकती है.' यानी दिसंबर से जारी चलन आगे भी जारी रह सकता है.


नाइट फ्रैंक के आंकड़ों के अनुसार 500 वर्ग फुट तक के आकार के अपार्टमेंट का रजिस्ट्रेशन 2021 में 32 प्रतिशत घटकर 11,268 यूनिट रह गया, जो पिछले वर्ष 16,688 यूनिट था. कोलकाता के ये आंकड़े बताते हैं कि बड़े घरों के लिए भी लोगों का आकर्षण कम हुआ है और इसके चलते लोगों ने कम संख्या में अपने लिए घरों की बुकिंग कराई है.


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