Flipkart IPO: वॉलमार्ट (Walmart) के मालिकाना हक वाली देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट (Flipkart) अगले साल अपना आईपीओ ( Intial Public Offering) लॉन्च कर सकती है. पर भारत में आईपीओ में निवेश करने वालों को इस बात से झटका लगेगा कि फ्लिपकार्ट के आईपीओ की लिस्टिंग भारत में नहीं, बल्कि विदेशी शेयर बाजारों होगी. यानि ये आईपीओ विदेशों में लॉन्च किया जाएगा.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति (Kalyan Krishnamurthy) के हवाले से ये दावा किया गया है. 2022 के आखिर तक या 2023 में आईपीओ लाने की योजना है. माना जा रहा है कि आईपीओ लाने से पहले फ्लिपकार्ट अपने ग्रॉसरी बिजनेस का विस्तार करेगी. इसे देखते हुये ही Flipkart ने ताजा उत्पादों की सप्लाई करने वाली कंपनी निंजाकार्ट (NinjaCart) में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है.
फ्लिपकार्ट विदेशों में लिस्टिंग की योजना बना रही है. अगले साल जनवरी-मार्च तिमाही में प्री-आईपीओ राउंड आयोजित कर सकती है जिससे आईपीओ आने से पहले शेयर के सही वैल्यूएशन का पता लगाया जा सके. आपको बता दें, वॉलमार्ट ने 2018 में फ्लिपकार्ट की 77 पर्सेंट हिस्सेदारी खरीद ली थी, जिसके बाद इसके फाउंजर सचिन बंसल और बिन्नी बंसल इससे अलग हो गए. फिलहाल वॉलमार्ट के पास फ्लिपकार्ट की 75 फीसदी हिस्सेदारी है.
फ्लिपकार्ट ने इस साल जुलाई में 37.6 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर 3.6 अरब डॉलर जुटाए थे. इस फंडिंग राउंड में सबसे अधिक निवेश सिंगापुर की GIC, कनाडा पेंशन प्लान इन्वेस्टमेंट बोर्ड, सॉफ्टबैंक विजन फंड 2 और वॉलमार्ट ने निवेश किया था. टाइगर ग्लोबल और कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी सहित अन्य प्रमुख निवेशकों ने भी इस निवेश में भाग लिया था.