Flipkart Employees Salary: देश के ई-कॉमर्स सेक्टर (E-Commerce Sector) की कंपनी फ्लिपकार्ट (Flipkart) से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. फ्लिपकार्ट कंपनी ने टॉप लेवल के 30 फीसदी कर्मचारियों के वेतन में कोई इजाफा नहीं किया है. यानी कंपनी के बाकी 70 फीसदी कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि हुई है. कंपनी ने ये फैसला मौजूदा हालातों को देखते लिया है. अभी दुनिया भर में टेक कंपनियों में छंटनी (Tech Company Layoffs) का दौर भी चल रहा है. जानिए इस ई-कॉमर्स कंपनी ने अपने फैसले के पीछे क्या वजह बताई है.
4,500 कर्मचारी हो रहे प्रभावित
ईटी के मुताबिक, कंपनी के इस फैसले से करीब 4,500 कर्मचारियों पर असर पड़ने वाला है. कर्मचारियों को भेजे एक ई-मेल के जरिये इस बात का खुलासा हुआ है. इस ई-मेल में फ्लिपकार्ट ने जानकारी दी है कि इस साल सीनियर कर्मचारी जो ग्रेड 10 (Grade 10) और उससे ऊपर के स्तर पर काम कर रहे हैं, उन्हें कोई बढ़ोतरी नहीं मिलेगी. मालूम हो कि ग्रेड 10 और उससे ऊपर मैनेजर और वाइस प्रेसिडेंट जैसे पद पर काम करने वाले लोग शामिल होते हैं. यह फैसला फ्लिपकार्ट ने जनवरी-दिसंबर 2022 के प्रदर्शन को देखकर लिया है.
कंपनी ने क्या कहा
फ्लिपकार्ट के मुख्य जन अधिकारी कृष्णा राघवन (Krishna Raghavan Flipkart Chief People Officer) ने एक ईमेल में कर्मचारियों को इस बारे में सूचित किया है. कंपनी ने कहा कि मौजूदा व्यापक आर्थिक स्थिति को देखते हुए हम अपने कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए अपने संसाधनों के प्रबंधन में विवेकपूर्ण रखना चाहते हैं.
हमारे लगभग 70 फीसदी कर्मचारी को उनके मुआवजे में बढ़ोतरी मिलती रहेगी. यानी हम कर्मचारी-केंद्रित नीतियों, कौशल और प्रशिक्षण कार्यक्रमों, पदोन्नति, ईएसओपी और चिकित्सा बीमा सहित अन्य तरह के फायदे सभी कर्मचारियों को मिलते रहेंगे.
कर्मचारियों को मिलेगा बोनस
वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली इस कंपनी ने यह भी कहा कि कर्मचारियों के लिए बोनस भुगतान जारी रहेगा. यानी इन सीनियर कर्मचारियों को कुछ राहत भी दी है. गौरतलब है कि कंपनी का एनुअल असेसमेंट (Annual Assessment) अब पूरा हो चुका है और वेतन वृद्धि 1 अप्रैल 2023 से शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है.
ऐसे हुई कंपनी की शुरुआत
फ्लिपकार्ट भारत में स्थित ई-कॉमर्स सेक्टर की कंपनी है. इसका मुख्यालय बेंगलुरू में स्थित है. इस कंपनी की शुरुआत साल 2007 में सचिन बंसल और बिनी बंसल ने एक ऑनलाइन स्टोर के रूप में की थी, जिसमें मूल रूप से पुस्तकें बेची जाती थी. इसके बाद इस स्टोर पर अन्य कई तरह के वस्तुओं को भी बेचा जाने लगा और आज यह देश की बड़ी ई-कॉमर्स कम्पनी बन गई है.