खालिस्तान से संबंधित विवादों के चलते किसी भी देश के साथ भारत की व्यापार वार्ता (FTA Talks) पर असर नहीं हुआ है. अब खुद वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन (FM Nirmala Sitharaman) ने इस बारे में स्थितियों को साफ किया है. उन्होंने कहा है कि न सिर्फ ब्रिटेन बल्कि कनाडा और यूरोपीय संघ के साथ भी मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreements) को लेकर बातचीत जारी है.


तेजी से हो रहे हैं हस्ताक्षर


वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन अभी अमेरिका की यात्रा पर हैं. इस दौरान वह सोमवार को वॉशिंगटन स्थित पीटरसन इंस्टीट्यूट फोर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में एक कार्यक्रम में हिस्सा ले रही थीं. उन्होंने मुक्त व्यापार समझौतों को लेकर कहा कि अब इन समझौतों पर पहले की तुलना में तेजी से हस्ताक्षर किए जा रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते को लेकर बातचीत जारी है.


पिछले महीने हुआ था प्रदर्शन


वित्त मंत्री की यह टिप्पणी मीडिया के एक धड़े में एफटीए को लेकर चल रहीं कुछ खबरों को लेकर है. ऐसी खबरें चल रही थीं कि भारत सरकार ने खालिस्तान से संबंधित विरोध प्रदर्शनों को लेकर ब्रिटेन के साथ चल रही व्यापार वार्ता (India-UK Trade Talks) रोक दी है. खालिस्तान के समर्थकों ने पिछले महीने लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर हिंसक विरोध प्रदर्शन किया था.


वित्त मंत्री ने दी ये जानकारी


वित्त मंत्री सीतारामन ने इसे लेकर कहा, आज कल मुक्त व्यापार समझौतों पर पहले की तुलना में तेजी से हस्ताक्षर हो रहे हैं. हमने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के साथ ऐसा एक समझौता पूरा किया है. उससे पहले संयुक्त अरब अमीरात, मॉरीशस और आसियान के साथ मुक्त व्यापार समझौते हुए. हमने कोटा-फ्री और टैरिफ फ्री व्यवस्था की सुविधा कम विकसित देशों को दी है. अभी ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और कनाडा के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत चल रही है.


पहले भी हो चुका है खंडन


इससे पहले पीटीआई की एक खबर में भारत सरकार के अधिकारियों के हवाले से ब्रिटेन के साथ व्यापार वार्ता रुकने की खबरों का खंडन किया गया था. अधिकारियों ने ब्रिटेन के साथ एफटीए पर बातचीत बंद होने की बातों को आधारहीन बताया गया है. उन्होंने यहां तक दावा किया था कि आधिकारिक वार्ता का अगला दौर 24 अप्रैल से लंदन में होने की संभावना है.


ब्रिटिश मीडिया ने किया था दावा


आपको बता दें कि सबसे पहले ब्रिटिश अखबार द टाइम्स ने ब्रिटिश सरकार के वरिष्ठ सूत्रों का हवाला देते हुए दावा किया था कि भारत सरकार ने पिछले साल जनवरी में शुरू हुई व्यापार वार्ता रोक दी है. बाद में न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने भी बातचीत रुकने की खबर चलाई. दोनों पक्षों के बीच एफटीए को लेकर 10 फरवरी को आखिरी दौर की बातचीत हुई थी. उसके बाद मार्च में बैठक होने वाली थी, जो खालिस्तान विवाद की भेंट चढ़ गई.


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