बदलते समय के साथ लोगों के निवेश करने के तरीके में बदलाव आया है, लेकिन एक चीज जो नहीं बदली है, वह है जल्दी से बहुत सारे पैसे कमाने का लोभ. लोग पहले भी इस लोभ के चक्कर में अपनी गाढ़ी कमाई गंवाते रहे हैं और अभी भी उनके मेहनत के पैसे स्वाहा हो जा रहे हैं. यह मामला इस कदर गंभीर हो चला है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन (FM Nirmala Sitharaman) को भी चिंता हो गई है. उन्होंने लोगों को अपनी मेहनत के पैसे बचाने के लिए बड़े काम की एक सलाह भी दी है.
आंख मूंद कर न करें भरोसा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन कर्नाटक के तुमकुरु में एक कार्यक्रम के बाद रविवार को पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं. इसी दौरान उन्होंने फाइनेंशियल इन्फ्लुएंसर्स (Financial Influencers) पर अपनी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि अगर आप अपने पैसे बचाना चाहते हैं कि तो किसी की भी सलाह पर आंख मूंद कर भरोसा नहीं करें. कहीं भी पैसे लगाने से पहले खुद अच्छे से रिसर्च करें.
10 में से 7 लोगों का एजेंडा कुछ और
उन्होंने बाद में इसे लेकर ट्वीट भी किया. उन्होंने लिखा, अगर 3-4 लोग हमें सही सलाह दे रहे हैं, तो 10 में से 7 ऐसे भी लोग हैं जिनका उद्देश्य वास्तव में कुछ और है. अभी बहुत सारे सोशल इन्फ्लुएंसर्स और फाइनेंशियल इन्फ्लुएंसर्स देखने को मिल रहे हैं, लेकिन हमें इस बात का ध्यान रखना है कि उनकी सलाह को क्रॉसचेक करें. मेहनत से कमाए गए अपने पैसे को बचाने के लिए भीड़ का हिस्सा बनकर किसी चीज के पीछे नहीं भागें.
पोंजी ऐप्स पर एक्शन की तैयारी
वित्त मंत्री ने पोंजी ऐप्स (Ponzi Apps) पर भी अपनी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि कई सारे पोंजी ऐप्स हैं और हम रिजर्व बैंक व अन्य संबंधित मंत्रालयों के साथ मिलकर उनके ऊपर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पोंजी ऐप्स पर लगाम लगाने के लिए इस तरह काम चल रहा है, जैसा पहले कभी नहीं हुआ. इसके लिए सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और रिजर्व बैंक के साथ मिलकर काम किया जा रहा है.
सरकार के पास नहीं है ऐसा प्रस्ताव
जहां तक फाइनेंशियल इन्फ्लुएंसर्स की बात है, वित्त मंत्री ने बताया कि फिलहाल इनके ऊपर नियंत्रण को लेकर कोई प्रस्ताव सरकार के पास नहीं है. उन्होंने कहा कि इस बारे में लोगों को खुद ही सजग और सावधान रहना चाहिए, क्योंकि अंतत: यह उनकी मेहनत की कमाई है. आप अपनी मेहनत की कमाई के पैसे कहां लगाते हैं, इस बारे में किसी की सलाह मानने से पहले उस बारे में खुद अच्छे से रिसर्च करना जरूरी है. ऐसा करने से ही मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखा जा सकता है.
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