लॉकडाउन के दौरान घरों में बढ़ गई एफएमसीजी प्रोडक्ट की खपत, सर्वे का खुलासा
कोरोनावायरस संक्रमण की वजह से ग्राहक स्टोर की ओर कम ही गए. अधिकतर लोगों ने घरों में सामान स्टोर करना सही समझा
लंबे लॉकडाउन के दौरान रोजमर्रा की चीजों की खपत घटने का अनुमान लगाया जा रहा लेकिन वास्तविकता इसके उलट है. एक सर्वे के मुताबिक मार्च से मई तक घरों में एफएमसीजी सामानों का खर्चा बढ़ गया. कंस्लटिंग कंपनी कैंटर के मुताबिक कोविड-19 की वजह से लॉकडाउन के दौरान भारतीय घरों में एफएमसीजी प्रोडक्ट की खपत में इजाफा दर्ज किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान फूड, हेल्थ और होमकेयर प्रोडक्ट पर खर्च 4.3 फीसदी बढ़ गया.
कोरोनावायरस संक्रमण की वजह से ग्राहक स्टोर की ओर कम ही गए. अधिकतर लोगों ने घरों में सामान स्टोर करना सही समझा. इस वजह से सामान मंगवाने का उनका ऑर्डर भी बढ़ा. इस स्टडी के मुताबिक ग्रॉसरी स्टोर का उनका दौरान 34.3 से घट कर 30.5 हो गया. लेकिन स्टोर जाकर सामान लाने में कटौती घर में सामान मंगाने से पूरी हुई. उदाहरण के लिए पार्ले-जी बिस्कुट की निर्माता कंपनी पार्ले प्रोडक्ट ने अपनी बिक्री में काफी इजाफा दर्ज किया. कंपनी का मार्केट शेयर आधा पांच फीसदी बढ़ गया.
पार्ले प्रोडक्ट , ब्रिटानिया और मैरिको की अच्छी ग्रोथ
मार्च से मई के बीच कंपनी को उम्मीद की तुलना में काफी अच्छी ग्रोथ हासिल हुई. पार्ले प्रोडक्ट के कैटेगरी हेड मयंक शाह के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान खपत अच्छी रही. लोगों ने लॉकडाउन के दौरान ज्यादा सामान खरीद कर जमा किया. ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज ने भी अप्रैल और मई बिस्कुट के ज्यादा पैकेट बेचे. अप्रैल और मई में इसके बिस्कुट के पैकेट्स में क्रमश: 20 और 28 फीसदी की ग्रोथ दर्ज हुई. मैरिको लिमिटेड के सफोला ब्रांड कुकिंग ऑयल की बिक्री ने अच्छी-खासी बढ़ोतरी दर्ज की. लॉकडाउन के दौरान लोग घरों में रहे और होम कुकिंग के सामानों पर खर्च किया. लॉकडाउन के दौरान दूसरी एफएमसीजी कंपनियों ने अपनी बिक्री में अच्छी ग्रोथ दर्ज की. एफएमसीजी कंपनियों का कहना है कि होटल, रेस्तरां और कैफे की ओर उनके उत्पादों की मांग बेहद कम रही.