नई दिल्लीः आजकल ऑनलाइन पेमेंट और ट्रांजेक्शन्स का चलन बढ़ता जा रहा है और ये आसान होने के साथ समय भी कम लेता है.पिछले साल 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार भी कैशलेस इकोनॉमी के लिए लोगों को बढ़ावा दे रही है. वहीं स्मार्टफोन सस्ते होने और जियो के आने के बाद टेलीकॉम सेक्टर में डिजिटल क्रांति होने के बाद लोगों के लिए ऑनलाइन पेमेंट, कैशलेस ट्रांजेक्शन करना और भी आसान हो गया है.
हालांकि दुनिया भर की तरह देश में भी ऑनलाइन पेमेंट करते समय फ्रॉड होने के मामले बढ़ते जा रहे हैं जिन्हें सुनकर आपको चिंता हो सकती है. हालांकि आपके लिए अच्छी खबर ये है कि आप ऑनलाइन पेमेंट/कैशलेस ट्रांजेक्शन्स करते समय कुछ सावधानियों को अपनाकर फ्रॉड की संभावनाओं से बच सकते हैं.
जानें 10 ऐसे टिप्स या पॉइंट जो आपके ऑनलाइन पेमेंट और ट्रांजेक्शन को सिक्योर बनाने में पूरी मदद करेंगे.
1. इंटरनेट सर्च सावधानी से करें-अक्सर आप इंटरनेट पर जो भी सर्च करते हैं वो सर्च हिस्ट्री की मेमोरी में रहता है लेकिन इसमें कई बार ऐसे भी लिंक खुल जाते हैं जो मैलवेयर या सस्पिशियस होते हैं. ऐसे लिंक अगर आपकी सर्च हिस्ट्री में पड़े रहेंगे तो आपको ऑनलाइन पेमेंट करते समय अपने सिक्योर डेटा के चोरी होने का खतरा रहेगा. तो आपके लिए यही सलाह है कि आप समय-समय पर अपनी सर्च हिस्ट्री क्लियर करते रहें और संदेहास्पद लिंक (अक्सर पॉप-अप के रूप में खुलते हैं) को अपने सिस्टम/लैपटॉप से साफ करते रहें.
2. क्लिक करने की जगह टाइप करें- अपने पसंदीदा रिटेलर्स की वेबसाइट खोलते समय उसके लिए ऑटोमैटिक रूप से सामने आए लिंक को खोलने की जगह उसका यूआरएल टाइप करें. ध्यान रखें कि आप जो यूआरएल टाइप कर रहे हैं उसकी शुरुआत में https ही हो क्योंकि ये 's' सिंबल एक सिक्योर साइट का संकेत होता है. एक और बात का ध्यान रखें कि जब भी किसी ब्राउजर विंडो को खोलें तो उसमें पैडलॉक सिंबल जरूर हो और खासकर आप जब किसी ऑनलाइन पेमेंट साइट पर पेमेंट करने गए हों.
3. टेंप्रेरेरी क्रेडिट कार्ड को यूज करें- आप टेंप्रेरेरी क्रेडिट कार्ड या ऐसे क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करें जिनकी पेमेंट लिमिट कम हो. अक्सर मर्चेंट ग्राहकों को अस्थाई या टेंप्रेरेरी क्रेडिट कार्ड देते हैं जो वनटाइम परचेज या उसी रिटेलर के यहां खरीदारी पर काम आ सकते हैं. तो अगर असावधानीवश आपका क्रेडिट कार्ड खो भी जाए तो उससे आपके बैंक खाते में रखे पैसे को किसी तरह का खतरा नहीं होगा.
4. डेडीकेटेड कंप्यूटर/लैपटॉप का इस्तेमाल करें-आप अपने फाइनेंशियल-आर्थिक ट्रांजेक्शन्स और ऑनलाइन पेमेंट के लिए खासतौर पर किसी एक कंप्यूटर/लैपटॉप का इस्तेमाल कर सकते हैं. ये काफी बेहतर सिक्योर तरीका है. इस सिस्टम पर आप सोशल नेटवर्किंग साइट्स या फिर सामान्य इंटरनेट सर्फिंग या कैजुएल यूज न करें.
5. डेडीकेटेड ई-मेल एड्रेस का इस्तेमाल करें- अपने फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन्स, ऑनलाइन पेमेंट के लिए एक डेडीकेटेड ई-मेल एड्रेस का इस्तेमाल करें जिससे आपके ये ट्रांजेक्शन्स और सिक्योर हो सकें, फिशि मेल्स और स्पैम के जरिए आपके ई-मेल की हैकिंग न हो सके और आपका बैंक खाता सिक्योर रहे.
6. पासवर्ड मैनेजर का यूज करें- पासवर्ड मैनेजर आपको कई सारे अकाउंट्स को मैनेज करने में मदद करता है, और अक्सर की जाने वाली गलतियों से बचाता है. जैसे अक्सर लोग अपने सारे अकाउंट्स के लिए एक ही पासवर्ड रखने की कॉमन गलती करते हैं, इससे आपको पूरी तरह से बचाने का काम पासवर्ड मैनेजर के जरिए हो सकता है.
7. पब्लिक वाई-फाई/कंप्यूटर्स के यूज से बचें- कभी भी पब्लिक वाई-फाई पर अपने फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन्स न करें क्योंकि हैकर्स बड़ी आसानी से पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क को हैक कर सकते हैं और आपकी लॉगिन-पासवर्ड डिटेल्स चुरा सकते हैं. अगर आपको बाहर फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन करने ही हैं तो अपने फोन के मोबाइल नेटवर्क का इस्तेमाल करें.
8. अपना महत्वपूर्ण डेटा अपने पास रखें-किसी भी पेमेंट साइट और वेब ब्राउजर पर अपनी बैंक डिटेल्स और पर्सनल डिटेल्स को सेव न करें. जब भी काम खत्म हो जाए तब हमेशा लॉग आउट कर लें. इंफॉर्मेशन को हमेशा टाइप करना चाहिए न कि आपको कॉपी पेस्ट करना चाहिए.
9. वो एप्स डाउनलोड न करें जिनपर आपको भरोसा न हो- अक्सर स्मार्टफोन की एप्स में मैलवेयर होते हैं तो इन्हें डाउनलोड करने से आपको बचना चाहिये. एप को डाउनलोड करने से पहले इसके बारे में पढें, इसकी रेटिंग, टर्म्स और कंडीशन्स पढ़ लें. सिर्फ ऑफिशियल प्ले स्टोर, एप स्टोर से एप ही डाउनलोड करें.
10. हमेशा रेप्युटेड मर्चेंट से सामान खरीदें-ऑनलाइन सामान खरीदने से पहले हमेशा जांच लें कि आपका मर्चेंट रेप्युटेड और भरोसेमंद है. कई छोटे मर्चेंट्स की वेबसाइट्स ऑनलाइन पेमेंट से होने वाले डेटा की सिक्योरिटी नहीं कर सकती हैं. अगर आपको आनलाइन शॉपिंग करनी पर मर्चेंट पर भरोसा नहीं है तो ऑनलाइन पेमेंट न करें और कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन लें.