Personal Loan Tips: पर्सनल लोन लेते वक्त इन बातों का रखें ध्यान, कम ब्याज दर और प्रोसेसिंग फीस में हो जाएगा काम!
Personal Loan: अगर आप किसी बैंक से पर्सनल लोन लेने जा रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. इससे आप लोन की ब्याज दर और प्रोसेसिंग फीस में तगड़ी बचत कर सकते हैं.
Personal Loan Tips: बच्चों की पढ़ाई और शादी, मेडिकल बिल, घर की मरम्मत आदि के खर्च के लिए कई बार अचानक पैसों की आवश्यकता पड़ जाती है. ऐसे में पर्सनल लोन बहुत मददगार साबित हो सकता है. इस लोन को आप बिना किसी गारंटी के बैंक से प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन इसकी ब्याज दर होम लोन, गोल्ड लोन आदि से बहुत ज्यादा होती है. इसके साथ ही कई NBFC और बैंक पर्सनल लोन पर तगड़ी प्रोसेसिंग फीस भी वसूलते हैं. ऐसे में किसी भी बैंक या कंपनी से पर्सनल लोन लेने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. इससे आप प्रोसेसिंग फीस और ब्याज दर में तगड़ी बचत कर सकते हैं.
1. क्रेडिट स्कोर पर रखें नजर
अगर आप कम ब्याज दर पर पर्सनल लोन प्राप्त करना चाहते हैं तो अपने क्रेडिट स्कोर पर खास नजर रखें. जितना ज्यादा अपना अच्छा क्रेडिट स्कोर होगा बैंक आपको उतनी कम ब्याज दर पर पर्सनल लोन ऑफर करेंगी. क्रेडिट स्कोर बेहतर रखने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड बिल को समय से चुकाएं. अगर आपने किसी बैंक से लोन ले रखा है तो समय से उसका भुगतान करें.
2. सैलरी अकाउंट का करें इस्तेमाल
अगर आप नौकरीपेशा व्यक्ति हैं तो पर्सनल लोन पर अच्छी डील प्राप्त करने के लिए के लिए अपनी सैलरी अकाउंट का इस्तेमाल करें. पर्सनल लोन पर ब्याज दर का निर्धारण केवल इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी क्रेडिट हिस्ट्री कैसी रही है. इसके साथ ही सैलरी से आपके लोन चुकाने की क्षमता का भी निर्धारण होगा. इनकम प्रूफ के जरिए आपको बिना किसी ज्यादा डॉक्यूमेंटेशन के पर्सनल लोन मिल जाएगा.
3. बैंकों के ब्याज दर और सीजनल ऑफर्स पर रखें नजर
अगर आप पर्सनल लोन पर बेस्ट ऑफर प्राप्त करना चाहते हैं तो अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरों और प्रोसेसिंग फीस की जरूर तुलना करें. बैंक समय-समय पर कई तरह के सीजनल ऑफर्स लेकर आते हैं. अगर आप इन ऑफर्स का लाभ उठाते हैं तो आप लोन की प्रोसेसिंग फीस और ब्याज दर में तगड़ी बचत कर सकते हैं.
4. बाकी चार्ज पर भी रखें नजर
पर्सनल लोन लेते वक्त प्रोसेसिंग फीस के अलावा आप जीएसटी और बाकी चार्ज पर भी जरूर नजर रखें. कई बार बैंक ब्याज दर तो कम रखते हैं, लेकिन प्रोसेसिंग फीस और जीएसटी जुड़ने के बाद ग्राहकों पर बोझ बढ़ जाता है. ऐसे में इस तरह के शुल्क पर भी नजर बनाए रखना आवश्यक है.
ये भी पढ़ें-
9 Years Of Modi Government: मोदी सरकार की 9 योजनाएं, आम लोगों को जिनसे हुआ सीधा लाभ!