(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Swiggy: स्विगी ने बेच दिया अपना क्लाउड किचन बिजनेस, जानें क्या रही मजबूरी, क्यों करना पड़ा यह सौदा
Swiggy Cloud Kitchen Business: फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी ने अपना क्लाउड किचन बिजनेस बेच दिया है. जानिए इससे जुड़ी पूरी जानकारी क्या है.
Swiggy Sells Cloud Kitchen Business: देश में फूड डिलीवरी (Food Delivery) की सुविधा देने वाली कंपनी स्विगी (Swiggy) से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. कंपनी ने अपनी कॉस्ट में कमी को लेकर एक बड़ा फैसला कर दिया है. कंपनी ने इस कवायद के तहत अपना क्लाउड किचन बिजनेस (Cloud Kitchen Business) Kitchens@ को बेच दिया है. इस सौदे की सबसे बड़ी वजह शेयर स्वैपिंग (Share Swapping) को माना जा रहा है. यानी शेयरों की अदला-बदली के कारण ऐसा करना पड़ा है. इससे पहले स्विगी अपने 380 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी है.
बंद हुआ मीट मार्केट प्लेस
स्विगी के को-फाउंडर और सीईओ श्रीहर्ष मजेटी (CEO Sri Harsha Majety) ने जनवरी 2023 में कर्मचारियों को भेजे एक ई-मेल में कहा था कि कंपनी अपने कुछ बिजनेस वर्टिकल्स को लेकर सख्त रुख अपनाने जा रही है और अपना मीट मार्केटप्लेस बंद कर दिया गया है. उन्होंने ईमेल में लिखा, फूड डिलिवरी के लिए ग्रोथ रेट हमारे अनुमान से कम रहा है. हमें प्रॉफिट के टारगेट हासिल करने के लिए अपनी इनडायरेक्ट कॉस्ट पर फिर से विचार करने की जरूरत है.
क्लाउड किचन्स की हुई शुरुआत
मनी कंट्रोल के मुताबिक, कंपनी ने कुछ क्षेत्रों में सिर्फ डिलिवरी के लिए किचन स्थापित करने को लेकर नवंबर 2017 में क्लाउड किचन्स बिजनेस स्विगी एक्सेस (Cloud Kitchen Swiggy Access) की शुरुआत की थी. क्लाउड किचिन की जानकारी रखने वाले शख्स का कहना है कि, अगर स्विगी को बेंगलुरु में बिरयानी कारोबार में कमी दिख रही है, तो वह एक क्लाउड किचन स्थापित करने के उद्देश्य से अपनी रियल एस्टेट इस्तेमाल करने के लिए एक बिरयानी ब्रांड को आमंत्रित कर सकता है.
कंपनी ने इतना पैसा किया खर्चा
फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी ने साल 2019 में 14 शहरों के अंदर 1,000 से ज्यादा क्लाउड किचिन का सेगमेंट तैयार करने में लगभग 175 करोड़ रुपये खर्च किए थे. कंपनी ने 75 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च करने जा रही थी, लेकिन मार्च 2020 तक 12 अतिरिक्त शहरों में क्लाउड किचन बिजनेस को शुरू कर दिया था. कंपनी ने FY22 में 3,628.9 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया है. वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का राजस्व 125 प्रतिशत बढ़कर 5,704.9 करोड़ रुपये हुआ है.