Forbes Richest Billionaires: कौन हैं विनोद अडानी जो फोर्ब्स के अरबपतियों की सूची में हैं 84वें स्थान पर? 23 बिलियन डॉलर है नेटवर्थ
Vinod Adani Net Worth: फोर्ब्स के मुताबिक 2023 में विनोद अडानी का नेटवर्थ 9.8 बिलियन डॉलर था जो साल 2024 में बढ़कर 23 बिलियन डॉलर हो चुका है.
Vinod Adani Net Worth: फोर्ब्स ने दुनियाभर के अरबपतियों की सूची जारी की है उसमें टॉप 20 अमीरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी का नाम है. लेकिन इस सूची में एक और चौंका देने वाला नाम है विनोद अडानी का जो कि 23.4 बिलियन के नेटवर्थ के साथ टॉप 100 अमीरों की सूची में 84वें स्थान पर हैं.
विनोद अडानी की संपत्ति में 134 फीसदी का उछाल
फोर्ब्स रियल-टाइम बिलियनायर्स रैंकिंग्स 2024 (Forbes Real-Time Billionaires Rankings 2024) के मुताबिक विनोद अडानी गौतम अडानी के बड़े भाई हैं जो कि एक समय दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए थे. फोर्ब्स के मुताबिक साल 2023 में विनोद अडानी का नेटवर्थ 9.8 बिलियन डॉलर था जो साल 2024 में बढ़कर 23 बिलियन डॉलर हो चुका है. यानि केवल एक साल के भीतर विनोद अडानी की संपत्ति में 134 फीसदी का उछाल देखने को मिला है.
साइप्रस के नागरिक रहते हैं दुबई में
फोर्ब्स ने अरबतियों की जो सूची जारी की है उसके मुताबिक भले ही गौतम अडानी भारतीय नागरिक हैं लेकिन उनके बड़े भाई 75 वर्षीय विनोद अडानी भारत के नहीं बल्कि साइप्रस के नागरिक हैं. फोर्ब्स के मुताबिक विनोद अडानी, दुबई, संयु्क्त अरब अमीरात में रहते हैं और अडानी समूह की कंपनियों में मल्टीपल ओवरसीज इंवेस्टमेंट फर्म के जरिए उन्होंने निवेश कर रखा है. फोर्ब्स के मुताबिक साल 2022 में स्विस कंपनी होल्सिम की भारतीय कंपनियां अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी को खरीदने के बाद अडानी समूह देश की दूसरी बड़ी सीमेंट प्रोड्यूसर कंपनी बन गई और ये अधिग्रहण विनोद अडानी के इंवेस्टमेंट फर्म के जरिए ही 10.5 बिलियन डॉलर में किया गया था.
कमोडिटी ट्रेडिंग से हुई थी समूह की शुरुआत
अडानी समूह जिसने कमोडिटी ट्रेडिंग के साथ कारोबार की शुरुआत की थी अब समूह पोर्ट्स, एयरपोर्ट्स, पावर जेनरेशन, ट्रांसमिशन, ग्रीन एनर्जी, एफएमसीजी और सीमेंट क्षेत्र में लगातार विस्तार कर रही है. साल 2023 में अमेरिकी शार्टसेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह पर वित्तीय अनियमितता और स्टॉक्स के भाव में हेराफेरी के आरोप लगाये थे जिसके बाद अडानी समूह की लिस्टेड कंपनियों के भाव में जोरदार गिरावट देखने को मिला था. हालांकि अडानी समूह ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया था.
ये भी पढ़ें