Foreign Exchange reserves: इस हफ्ते देश के विदेशी मुद्रा भंडार में अच्छी बढ़त देखने को मिली है. 15 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में फॉरेक्स एक्सचेंज रिजर्व 1.492 अरब डॉलर बढ़कर 641.008 अरब डॉलर हो गया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने ताजा आंकड़े जारी कर इस बारे में जानकारी दी है. वहीं, इससे पहले वाले हफ्ते की बात करें यानी 8 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह नें यह भंडार 2.039 अरब डॉलर के इजाफे के साथ 639.516 अरब डॉलर पर पहुंच गया था.
क्या है इजाफे का कारण?
इसके अलावा अगर इसका रिकॉर्ड स्तर देखें तो 3 सितंबर 2021 को खत्म हुए हफ्ते में 642.453 अरब डॉलर की सर्वकालिक ऊंचाई पर आ गया था. आरबीआई की ओर से शुक्रवार को जारी किए गए साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक, 15 अक्टूबर को खत्म हुए समीक्षाधीन हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी की मुख्य वजह फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCAs) में इजाफा रहा, जो कुल रिजर्व का मुख्य हिस्सा है.
यूरो, पाउंड जैसी दूसरी मुद्राओं में हुआ इजाफा
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी साप्ताहिक डेटा के मुताबिक, FCAs 950 मिलियन डॉलर बढ़कर 577.951 अरब डॉलर पर पहुंच गए हैं. डॉलर में बताई जाने वाली विदेशी मुद्रा संपत्ति में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल है.
गोल्ड रिजर्व में भी हुआ इजाफा
समीक्षाधीन सप्ताह में गोल्ड रिजर्व (gold reserve) 55.7 करोड़ डॉलर बढ़कर 38.579 अरब डॉलर हो गया. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुकाबिक, IMF में देश का SDR 2.1 करोड़ डॉलर घटकर 19.247 अरब डॉलर रह गया. आईएमएफ में देश का आरक्षित विदेशीमुद्रा भंडार 60 लाख डॉलर बढ़कर 5.231 अरब डॉलर हो गया.
9 अक्टूबक को समाप्त हफ्ते में कैसा रहा रिजर्व?
आपको बता दें 9 अक्टूबर को समाप्त हुए हफ्ते में भी गोल्ड रिजर्व (gold reserve) में इजाफा देखा गया था. उस दौरान गोल्ड रिजर्व 12.8 करोड़ डॉलर बढ़कर 37.558 अरब डॉलर हो गया था.
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