विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) भारतीय शेयर बाजार में लगातार लिवाली कर रहे हैं. करीब एक महीने पहले शुरू हुआ यह ट्रेंड 12 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भी बरकरार रहा. इस तरह एफपीआई लगातार चार सप्ताह से भारतीय शेयरों में लिवाल बने हुए हैं.
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के आंकड़ों के अनुसार, बीते सप्ताह के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय बाजार में 3,844 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की. इस तरह जुलाई महीने में भारतीय बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक अब तक 15,352 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी कर चुके हैं.
लगातार चौथे सप्ताह की लिवाली
एनएसडीएल के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने उससे पहले जून महीने में 25,565 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की खरीदारी की थी. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक जून महीने के शुरुआती दो सप्ताह के दौरान बिकवाल ही बने हुए थे. उसके बाद तीसरे सप्ताह से उनके रुख में बदलाव आया और भारतीय शेयरों में वे लिवाली की राह पर लौट पर आए.
बिकवाली से शुरू हुआ फाइनेंशियल ईयर
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक जून महीने के शुरुआती दो सप्ताह में लगभग 15 हजार करोड़ रुपये के बिकवाल रहे थे. उससे पहले मई महीने में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 25,586 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की बिकवाली की थी. एफपीआई चालू वित्त वर्ष की शुरुआत से ही बिकवाल बने हुए थे. वित्त वर्ष के पहले महीने अप्रैल में एफपीआई 8,671 करोड़ रुपये के बिकवाल रहे थे.
बिकवाली के साथ शुरू हुआ था साल
एफपीआई ने इस साल की शुरुआत ही बिकवाली के साथ की थी. साल के पहले महीने यानी जनवरी 2024 में उन्होंने 25,744 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की बिकवाली की थी. हालांकि उसके बाद दो महीने वे लिवाल बने रहे थे. एफपीआई ने फरवरी 2024 में 1,539 करोड़ रुपये और मार्च में 35,098 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की थी.
आगे भी लिवाल बने रहने की उम्मीद
आने वाले दिनों में आईटी शेयरों में एफपीआई से निवेश आने की उम्मीद की जा रही है. टीसीएस की अगुवाई में आईटी कंपनियों ने अच्छे नतीजे के साथ सीजन की शुरुआत की है. ऐसे में एनालिस्ट मान रहे हैं कि भारतीय आईटी शेयरों की ओर एफपीआई आकर्षित हो सकते हैं. यानी आगे भी एफपीआई के लिवाल बने रहने की उम्मीद है.
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