नई दिल्ली: अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छी खबर विदेशी मुद्रा भंडार के मोर्चे से आई है. अभी 2 दिन पहले ही अप्रैल-जून के जीडीपी आंकड़े आए जिसमें देश की जीडीपी 3 साल के निचले स्तर पर आ गिरी हैं. ऐसे में विदेशी मुद्रा भंडार का बढ़ना इकोनॉमी के लिए उत्साह बढ़ाने वाली खबर है.
रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा विदेशी मुद्रा भंडार
25 अगस्त को खत्म हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.148 अरब डॉलर बढ़कर 394.55 अरब डॉलर के सबसे ऊंचे रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया है. विदेशी मुद्रा आस्तियों (फॉरेन करेंसी एसेट्स) में शानदार तेजी आना इसकी मुख्य वजह है. इससे पिछले हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 21.11 करोड़ डॉलर की मामूली गिरावट के साथ 393.401 अरब डॉलर रह गया था. वहीं इससे पीछे के हफ्ते में मुद्रा भंडार 393.612 अरब डॉलर के ऑलटाइम रिकॉर्ड ऊंचाई को भी छू चुका था.
(फॉरेन करेंसी एसेट्स)
भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़े दर्शाते हैं कि समीक्षाधीन हफ्ते में कुल विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा, यानी विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 1.142 अरब डॉलर बढ़कर 370.833 अरब डॉलर हो गया. एफसीए में मुद्रा भंडार में रखे गये यूरो, पौंड और जापानी येन जैसे गैर अमेरिकी मुद्राओं की तेजी या करेंसी में आई गिरावट के असर को शामिल किया जाता है. फॉरेन करेंसी एसेट्स को अमेरिकी डॉलर में नापा जाता है.
गोल्ड रिजर्व
25 अगस्त को खत्म हफ्ते में स्वर्ण आरक्षित भंडार 19.943 अरब डॉलर पर बिना किसी बदलाव के स्थिर बना रहा. वहीं रिजर्व बैंक ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में विशेष निकासी अधिकार 23 लाख डॉलर बढ़कर 1.499 अरब डॉलर हो गया. इसने कहा है कि आईएमएफ में देश का मुद्रा भंडार भी 36 लाख डॉलर बढ़कर 2273 अरब डॉलर हो गया है.