LIC फॉर्च्यून 500 की लिस्ट में हुई शामिल, रिलायंस रही 104वें स्थान पर, जानें कौन-कौन सी इंडियन कंपनी हैं शामिल?
Fortune 500 List: LIC की हाल ही में शेयर मार्केट में लिस्टिंग हुई है. लिस्टिंग के बाद जीवन बीमा निगम (LIC) फॉर्च्यून ग्लोबल 500 की लिस्ट में शामिल हो गई है.
Fortune 500 List: LIC की हाल ही में शेयर मार्केट में लिस्टिंग हुई है. लिस्टिंग के बाद जीवन बीमा निगम (LIC) फॉर्च्यून ग्लोबल 500 की लिस्ट में शामिल हो गई है. वहीं, इस लिस्ट में रिलायंस ने 51 स्थान की छलांग लगाई है.
LIC को लिस्ट में मिला 98वां स्थान
आपको बता दें एलआईसी 97.26 अरब डॉलर के रेवेन्यू और 55.38 करोड़ डॉलर के लाभ के साथ देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है. हाल में जारी फॉर्च्यून 500 सूची में एलआईसी को 98वां स्थान मिला है.
रिलायंस पहुंची 104वें स्थान पर
दूसरी ओर 2022 की लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज 51 स्थान की छलांग लगाकर 104वें स्थान पर पहुंच गई है. फॉर्च्यून 500 सूची में लिस्टेड कंपनियों की बिक्री के आधार पर उन्हें स्थान दिया जाता है.
टॉप पर है वॉलमार्ट
रिलायंस 93.98 अरब डॉलर के रेवेन्यु और 8.15 अरब डॉलर के शुद्ध लाभ के साथ 19 साल से इस सूची में बनी हुई है. इस सूची में टॉप पर अमेरिका की कंपनी वॉलमार्ट है.
लिस्ट में 9 कंपनियां हैं इंडियन
आपको बता दें इस लिस्ट में कुल नौ भारतीय कंपनियां हैं, जिनमें से पांच सार्वजनिक क्षेत्र की हैं और चार निजी क्षेत्र की हैं. भारतीय कंपनियों में सिर्फ एलआईसी ही रिलायंस से ऊपर है.
और कौन सी भारतीय कंपनियां हैं शामिल?
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) 28 स्थान की बढ़त के साथ 142वें स्थान पर पहुंच गई. ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) 16 स्थान चढ़कर 190 पर है. इस सूची में टाटा समूह की दो कंपनियां- टाटा मोटर्स (370वें स्थान पर) और टाटा स्टील (435वें स्थान पर) हैं. राजेश एक्सपोर्ट्स सूची में 437वें स्थान के साथ एक अन्य निजी भारतीय कंपनी है.
SBI का भी है स्थान
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) 17 पायदान चढ़कर 236वें स्थान पर और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड 19 पायदान चढ़कर 295वें स्थान पर है. फॉर्च्यून ग्लोबल 500 सूची में 31 मार्च 2022 या उससे पहले समाप्त हुए वित्त वर्ष के लिए कुल राजस्व के आधार पर कंपनियों को स्थान दिया जाता है.
चीन की भी ये कंपनियां हैं शामिल
चीन की ऊर्जा कंपनी स्टेट ग्रिड, चाइना नेशनल पेट्रोलियम और सिनोपेक ने शीर्ष पांच में जगह बनाई है. पहली बार ग्रेटर चीन (ताइवान सहित) की कंपनियों का कुल राजस्व सूची में शामिल अमेरिकी कंपनियों के कुल राजस्व से अधिक है.