Foxconn Chip Plant: वेदांता की जगह फॉक्सकॉन को मिली नई पार्टनर, अब इसके साथ भारत में बनाएगी सेमीकंडक्टर
Foxconn Semiconductor JV: ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन पहले अनिल अग्रवाल की वेदांता के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने वाली थी, लेकिन बाद में दोनों कंपनियों ने राहें अलग कर लीं...
ताइवान की फॉक्सकॉन ने भारत में सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने के लिए नया पार्टनर खोज लिया है. पहले वह अनिल अग्रवाल की वेदांता के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने वाली थी, लेकिन बाद में दोनों कंपनियों ने अपनी-अपनी राहें अलग कर लीं. अब बताया जा रहा है कि फॉक्सकॉन को प्रस्तावित प्लांट के लिए नई पार्टनर मिल गई है.
ये है फॉक्सकॉन की नई पार्टनर
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में गुरुवार को बताया गया कि फॉक्सकॉन अब एसटी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स एनवी के साथ मिलकर ज्वांइट वेंचर बनाने वाली है. फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप और एसटी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स एनवी की ज्वांइट वेंचर भारत में सेमीकंडक्टर फैक्ट्री लगाएगी. रिपोर्ट के अनुसार, दोनों कंपनियां मिलकर 40-नैनोमीटर चिप प्लांट के लिए सरकारी मदद के लिए अप्लाई करने वाली हैं.
इस कारण अहम हैं सेमीकंडक्टर
आपको बता दें कि भारत सरकार देश को सेमीकंडक्टर के मामले में आत्मनिर्भर बनाना चाहती है. सेमीकंडक्टर को ही चिप भी कहा जाता है. आज के समय में सेमीकंडक्टर कई इंडस्ट्री के लिए महत्वपूर्ण हो गए हैं. एसी से लेकर फ्रिज और टीवी से लेकर वाशिंग मशीन के अलावा कार से लेकर तमाम चीजों में सेमीकंडक्टर का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है. सेमीकंडक्टर सामरिक नजरिये से भी अहम हैं. 40-नैनोमीटर वाले पिच की बात करें तो इसका इस्तेमाल कार, कैमरा, प्रिंटर जैसे प्रोडक्ट में बड़े पैमाने पर होता है.
सरकार लेकर आई है स्कीम
भारत सरकार ने इस बात को ध्यान में रखते हुए सेमीकंडक्टर के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की स्कीम का ऐलान किया है. स्कीम के तहत भारत में सेमीकंडक्टर की फैक्ट्री लगाने वाली कंपनियों को कुछ शर्तों को पूरा करने पर सरकार की ओर से मदद मिलेगी. पहले फॉक्सकॉन और वेदांता मिलकर इस स्कीम के तहत प्लांट लगाने वाली थी. हालांकि अब वेदांता अपनी अलग योजना पर काम कर रही है.
प्लांट के लिए फाइनल हो गई थी जगह
वेदांता और फॉक्सकॉन ने तो प्रस्तावित प्लांट के लिए जगह भी फाइनल कर लिया था. पहले दोनों कंपनियों की जेवी महाराष्ट्र में जगह देख रही थी, लेकिन बाद में उन्होंने गुजरात में भारत के पहले चिप मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट के लिए जगह फाइनल की थी. दोनों कंपनियों ने कहा था कि प्लांट पर वे करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने वाली हैं.
भारत पर फॉक्सकॉन को भरोसा
फॉक्सकॉन दुनिया की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मैन्यूफैक्चरर कंपनियों में से एक है. वह एप्पल के लिए आईफोन समेत कई प्रोडक्ट बनाती है. कंपनी की मैन्यूफैक्चरिंग पहले चीन बेस्ड थी, जिसे अब भारत में भी शिफ्ट किया जा रहा है. फॉक्सकॉन की योजना भारत में एक इलेक्ट्रिक व्हीकल फैक्ट्री लगाने की भी है. कंपनी के चेयरमैन ने हाल ही में कहा था कि आने वाले सालों में भारत दुनिया के मैन्यूफैक्चरिंग हब के रूप में चीन को रिप्लेस कर सकता है.
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