Foxconn: ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी फॉक्सकॉन भारत में सेमीकंडक्टर चिप यूनिट के लिए अलग से एप्लीकेशन देने की योजना पर काम कर रही है. कंपनी ने आज एक बयान में इस बात की जानकारी दी है. फॉक्सकॉन भारत में सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग पॉलिसी के तहत मिलने वाले इंसेटिव्स का लाभ लेने की योजना पर विचार कर रही है. इसके तहत कंपनी सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले फैब कार्यक्रम के तहत इंसेटिव्स के लिए अप्लाई करने की योजना पर काम करेगी.
भारत में निवेश के लिए उत्सुक है फॉक्सकॉन
कंपनी ने आज एक बयान में कहा है कि वो भारत के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर बरकरार है और यहां नए निवेश के लिए उत्सुक है. कल ही फॉक्सकॉन ने वेदांता के साथ सेमीकंडक्टर जॉइंट वेंचर से बाहर निकलने का एलान किया था. फॉक्सकॉन ने जॉइंट वेंचर तोड़ने की जानकारी देते हुए कहा था कि वह माइनिंग सेक्टर के दिग्गज बिजनेसमैन अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली वेदांता लिमिटेड के साथ अपने 19.5 अरब डॉलर के जॉइंट वेंचर से बाहर निकल रही है.
डिस्प्ले फैब इकोसिस्टम के रिवाइज्ड प्रोग्राम के तहत अप्लाई कर सकती है फॉक्सकॉन
गौरतलब है कि फॉक्सकॉन अब भारत में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले फैब इकोसिस्टम के रिवाइज्ड प्रोग्राम के तहत अप्लाई करने पर विचार कर रही है. उसका मानना है कि इससे भारत में सफलता के साथ एक कॉम्पीटेंट सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग इकोसिस्टम स्थापित हो सकता है और कंपनी भी इसका फायदा उठा सकती है. फॉक्सकॉन ने कहा कि "फॉक्सकॉन 2006 में भारत आई थी और आज भी मौजूद है. हम देश की उभरती हुए सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री की प्रगति के साथ चलना चाहते हैं."
वेदांता के साथ जॉइंट वेंचर से बाहर निकलना निगेटिव बात नहीं- फॉक्सकॉन
वेदांता के साथ जॉइंट वेंचर से हटने के फैसले पर भी फॉक्सकॉन ने अपने बयान में अहम बात कही है कि "दोनों कंपनियों में इसको लेकर परस्पर सहमति थी और यह निगेटिव बिल्कुल नहीं है. दोनों पक्ष इस बात को जान चुके थे कि ये प्रोडक्ट तेजी से आगे नहीं बढ़ पा रहा है और हम चैलेंज को आसानी से पार नहीं कर पा रहे थे. इसके अलावा हम लॉन्ग टर्म में ग्रुप और अपने शेयरहोल्डर्स को ध्यान में रखकर कोई फैसला करते हैं. फॉक्सकॉन ने कहा कि 'हम भारत के और विदेशी निवेशकों के हितो का स्वागत करेंगे, साथ ही हम यह भी चाहते हैं कि भारत अगले स्तर तक जाए, हालांकि इसमें समय लगेगा."
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