भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की खरीदारी अभी टॉप गियर में चल रही है. करीब डेढ़ महीने पहले लिवाली की राह पर लौटे विदेशी निवेशकों ने इस महीने भारतीय शेयरों की खूब खरीदारी की है. वे जुलाई में अब तक भारतीय बाजार में करीब 34 हजार करोड़ रुपये के शेयर खरीद चुके हैं.


टोटल आंकड़ा 49 हजार करोड़ के पार


नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई महीने में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक अभी तक 33 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के भारतीय शेयरों की खरीदारी कर चुके हैं. उनकी खरीदारी का कुल आंकड़ा 33,688 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. अगर इक्विटी के साथ डेट, हाइब्रिड, डेट-वीआरआर आदि को भी जोड़ दें तो इस महीने भारतीय बाजार में एफपीआई का निवेश 49,204 करोड़ रुपये हो चुका है. एफपीआई के निवेश का यह आंकड़ा 27 जुलाई तक का है.


इस साल आया अब तक इतना निवेश


आंकड़ों के अनुसार, जुलाई महीने में सिर्फ डेट सेगमेंट को देखें तो विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों से अब तक 19,223 करोड़ रुपये का निवेश आया है. पूरे साल की बात करें तो भारतीय बाजार में इक्विटी सेगमेंट में एफपीआई का निवेश 36,888 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि डेट में कुल निवेश 87,846 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है.


पिछले महीने से शुरू हुई लिवाली


एनएसडीएल के आंकड़े बताते हैं कि भारतीय बाजार में एफपीआई लंबी बिकवाली के बाद पिछले महीने से लिवाली की राह पर लौटे हैं. जून महीने में एफपीआई ने 25,565 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की खरीदारी की थी. वे पिछले महीने के आखिरी पखवाड़े में लिवाल हुए थे. उससे पहले जून महीने के शुरुआती दो सप्ताह के दौरान बिकवाल ही बने रहे थे. तीसरे सप्ताह से उनके रुख में बदलाव आया और वे तब से भारतीय शेयरों को फिर से खरीदने लगे हैं.


वित्त वर्ष की शुरुआत से कर रहे थे बिकवाली


एफपीआई इस वित्त वर्ष की शुरुआत से बिकवाल बने हुए थे. वित्त वर्ष के पहले महीने अप्रैल में एफपीआई ने 8,671 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी. उसके बाद मई महीने में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 25,586 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की बिकवाली की थी. साल के पहले महीने जनवरी 2024 में उन्होंने 25,744 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की बिकवाली की थी. हालांकि उसके बाद दो महीने फरवरी 2024 में 1,539 करोड़ रुपये और मार्च में 35,098 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की थी.


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