शेयर बाजार में FPI का जोरदार निवेश, इस महीने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचने की उम्मीद
एफपीआई इस महीने में अब तक 28, 795 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं और लगता है कि इस महीने के आखिर तक उनकी ओर से और 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो सकता है.
भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है. मौजूदा रुझानों ऐसा लग रहा है कि नवंबर में एफपीआई यानी Foreign Portfolio Investors का निवेश सबसे ज्यादा रहेगा. एफपीआई इस महीने में अब तक 28, 795 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं और लगता है कि इस महीने के आखिर तक उनकी ओर से और 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो सकता है.
नवंबर में विदेशी निवेश सबसे ज्यादा होने की उम्मीद
एफपीआई ने इससे पहले 47,727 करोड़ रुपये का निवेश अगस्त महीने में किया था. अगर नवंबर में अतिरिक्त 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश होता है तो यह एक महीने में होने वाला अब तक का सबसे ज्यादा विदेशी निवेश होगा. इससे पहले मार्च, 2019 में 42,668 रुपये के निवेश हुआ था जबकि मार्च 2017 में 33,782 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था.
एमएमसीआई में विदेशी स्वामित्व सीमा की नई व्यवस्था
एमएमसीआई में विदेशी स्वामित्व सीमा की नई व्यवस्था लागू हो रही है, जो लंबे समय से रुकी हुई थी. इस ग्लोबल इंडेक्स सर्वि कंपनी ने अपनी छमाही समीक्षा के दौरान 12 भारतीय शेयरों को अपने स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल किया और दो शेयरों को बाहर किया है. ये बदलाव 30 नवंबर से लागू होगा. इस बदलाव के बाद एसएमसीआई स्टैंडर्ड इंडेक्स में भारतीय शेयरों की संख्या 86 से 96 तक पहुंच गई है. वैश्विक फंड एमएससीआई और एफटीएसई सूचकांकों के आधार पर अपना निवेश तय करते हैं. यदि इन सूचकांकों में भारतीय शेयरों की हिस्सेदारी घटती या बढ़ती है, तो विदेशी फंड भी इसी के आधार पर अपने निवेश में बदलाव करते हैं.
एमएससीआई इंडेक्स में बदलावों के चलते जेपी मॉर्गन को भारत में 5.1 अरब डॉलर के निवेश की उम्मीद है, जबकि मॉर्गन स्टेनले के अनुसार भारतीय बाजार में $2.5 अरब का निवेश आ सकता है. मोतीलाल ओसवाल ने इन 12 नए शेयरों में 17,000 करोड़ रुपये (करीब $2.25 अरब) के निवेश का अनुमान लगाया है.
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