FPI Investment: विदेशी निवेशकों ने इस महीने अब तक भारतीय शेयर बाजार में 13,500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है. इसमें बड़ी हिस्सेदारी अमेरिका की कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स की है जिसने अडाणी समूह की कंपनियों में भारी निवेश किया है.


डिपॉजिटरी के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. इससे पहले तक विदेशी पार्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) भारतीय शेयर बाजारों से निकासी कर रहे थे. फरवरी में उन्होंने 5,294 करोड़ रुपये की और जनवरी में 28,852 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की थी. इससे पहले, दिसंबर में एफपीआई ने शेयरों में 11,119 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था.


क्या कहते हैं वित्तीय जानकार


जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) के दिवालिया होने का असर बाजार में धारणााओं पर पड़ा है, ऐसे में आगे जाकर एफपीआई सतर्क रुख अपना सकते हैं. विजयकुमार ने कहा कि क्षेत्रों में निवेश के लिहाज से भी एफपीआई की गतिविधियों में एकरूपता नहीं है. मसलन, फरवरी के पहले 15 दिन उन्होंने वित्तीय सेवा कंपनियों के शेयरों में निवेश किया वहीं बाद के दो हफ्तों में वे बिकवाल रहे. इसी तरह पहले पखवाड़े उन्होंने आईटी शेयरों की खरीद की लेकिन बाद के 15 दिनों में उन्होंने इनसे निकासी की. मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि इस निवेश की वजह दीर्घकालिक समय में भारतीय शेयर बाजारों की बेहतर संभावनाएं हैं.


दस मार्च तक एफपीआई ने किया 13,536 करोड़ रुपये का निवेश


आंकड़ों के मुताबिक दस मार्च तक एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजारों में 13,536 करोड़ रुपये का निवेश किया है. विजयकुमार ने कहा, ‘‘इस निवेश में जीक्यूजी द्वारा अडाणी समूह की कंपनियों में किया गया 15,446 करोड़ रुपये का बड़ा निवेश शामिल है.’’ कैलेंडर वर्ष 2023 में एफपीआई ने 20,606 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं. वहीं दूसरी ओर, समीक्षाधीन अवधि में ऋण बाजार से 2,987 करोड़ रुपये निकाले हैं.


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