FPI Selling In 2022: भारतीय शेयर बाजार के सूचकांक सेंसेक्स निफ्टी एक साल के अपने निचले स्तर तक जा लुढ़का है. जिसकी बड़ी वजह है  विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों-एफपीआई (FPI) की बिकवाली.   विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों 2022 में 6 महीने से भी कम समय में अब तक  2 लाख करोड़ रुपये के शेयर्स की बिकवाली कर चुके हैं. 


2 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों-एफपीआई (FPI) भारतीय बाजारों में लगातार बिकवाली कर रहे हैं. बीते नौ महीने अक्टूबर 2021 से ये सिलसिला जारी है. मई, 2022 में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों-एफपीआई (FPI) ने 45,276 करोड़ रुपये के शेयर्स की बिकवाली की है. इस महीने 17 जून तक एफपीआई ने 28,245 करोड़ रुपये के शेयर्स की बिकवाली की है और यही वजह है कि बाजार में हर रोज गिरावट देखी जा रही है. वहीं 2022 में अब तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक ने 2,02,244 करोड़ रुपये के शेयर्स बेचे हैं. 


2 सालों में निफ्टी का सबसे बुरा हफ्ता
दरअसल दुनियाभर में मंदी की आशंका के डर से, अमेरिका में फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोतरी के चलते विदेशी निवेशक बिकवाली कर रहे हैं. जिसके चलते सेंसेक्स में इस हफ्ते 2943 अंकों की गिरावट आई है. तो निफ्टी 15,300 अंको के करीब आ चुका है. दो सालों में ये हफ्ते निफ्टी के लिए सबसे बुरा हफ्ता रहा है. अगर निफ्टी 14,882 अंकों के नीचे आ जाता है तो ये बाजार में मंदी का संकेत कहलाएगा. 


 


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