Foreign Portfolio Investment: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने जनवरी में भारतीय शेयर बाजारों से 28,243 करोड़ रुपये निकाले हैं. अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी का संकेत दिया है जिसके चलते एफपीआई बिकवाली कर रहे हैं. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, तीन से 28 जनवरी के दौरान एफपीआई ने शेयरों से 28,243 करोड़ रुपये निकाले हैं.


लगातार 4 महीनों से हो रही बिकवाली
इसी अवधि में उन्होंने लोन या बांड बाजार में 2,210 करोड़ रुपये और हाइब्रिड उत्पादों में 1,696 करोड़ रुपये डाले हैं. इस तरह उनकी शुद्ध निकासी 24,337 करोड़ रुपये रही है. यह लगातार चौथा महीना रहा है जबकि एफपीआई भारतीय बाजारों में शुद्ध बिकवाल रहे हैं.


फेड रिजर्व ने दिए संकेत
मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया है कि वह जल्द नीतिगत दरें बढ़ाना शुरू करेगा और बांड में हिस्सेदारी घटाएगा. इसी के चलते एफपीआई भारतीय बाजारों में बिकवाली कर रहे हैं.’’


बैंकिग शेयर्स में आई गिरावट
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘एफपीआई आईटी शेयरों में मुनाफा काट रहे हैं. वहां वे काफी मुनाफे पर बैठे हैं. आईटी शेयरों में पिछले दो साल में काफी उछाल आया है.’’ उन्होंने कहा कि एफपीआई की बिकवाली से वित्तीय कंपनियों विशेषरूप से बैंकों के शेयरों के दाम घटे हैं.


5.6 करोड़ डॉलर की निकासी हुई
कोटक सिक्योरिटीज के प्रमुख-इक्विटी शोध श्रीकांत चौहान ने कहा कि अन्य उभरते बाजारों मसलन दक्षिण कोरिया, ताइवान और फिलिपीन से एफपीआई ने क्रमश: 2.77 अरब डॉलर, 2.5 अरब डॉलर और 5.6 करोड़ डॉलर की निकासी की है. वहीं, थाइलैंड और इंडोनेशिया में एफपीआई ने क्रमश: 44.2 करोड़ डॉलर और 41.8 करोड़ डॉलर का निवेश किया है.


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