नई दिल्लीः कोरोना वायरस संकटकाल के दौरान जहां आर्थिक मोर्चे से लगातार चिंतित करने वाली खबरों का आना जारी है वहीं एक खबर ऐसी भी आई है जो निवेशकों को भारी परेशान कर सकती है. फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड ने अपनी छह स्कीम्स को 23 अप्रैल से बंद करने का एलान कर दिया. बताया जा रहा है कि इन फंड्स में निवेशकों के करीब 26,000 करोड़ रुपये लगे हुए हैं और अब इन स्कीमों के बंद होने से इस रकम को वापस पाने पर सवाल खड़े हो गए हैं.


इन स्कीम्स को बंद किया गया

1. फ्रेंकलिन इंडिया टेम्पलटन शॉर्ट बॉन्ड फंड
2. फ्रेंकलिन इंडिया टेम्पलटन शॉर्ट टर्म इनकम प्लान
3. फ्रेंकलिन इंडिया टेम्पलटन लो ड्यूरेशन फंड
4. फ्रेंकलिन इंडिया टेम्पलटन क्रेडिट रिस्क फंड
5. फ्रेंकलिन इंडिया टेम्पलटन इनकम ऑपरच्यूनिटी फंड
6. फ्रेंकलिन इंडिया टेम्पलटन डायनामिक एक्यूरियल फंड


फ्रैंकलिन टेंपलटन MF ने जिन फंड को बंद किया है वो ओपन एंडेड फंड हैं और कंपनी ने इसमें से पैसा निकालने और लगाने पर रोक लगा दी है. कल ही कंपनी ने ये फैसला कर लिया था और आज 24 अप्रैल से ये लागू हो गया है. इन फंडों का एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी एयूएम करीब 25,865 करोड़ रुपये है और कंपनी के इस फैसले के बाद निवेशकों का ये पैसा फंस गया है.


क्यों बंद किए कंपनी ने ये फंड
कंपनी के मैनेजमेंट का कहना है कि कोरोना वायरस क्राइसिस के कारण कॉर्पोरेट बॉन्ड मार्केट में लिक्विडिटी यानी नकदी तो लगभग खत्म हो ही गई है और म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के फिक्स्ड इनकम फंड्स में से पैसा निकालने यानी रिडेंप्शन की गति लगातार बढ़ती जा रही है. इसके अलावा डेट सिक्योरिटीज में यील्ड लगातार बढ़ती जा रही है जिसके चलते म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री को भारी दिक्कत हो रही है और कंपनी के सामने इन स्कीम्स को बंद करने के अलावा और कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है. लिहाजा कंपनी ने इन स्कीम्स को बंद करने का फैसला लिया है.


कब तक के लिए फंसा निवेशकों का पैसा
अब इन स्कीमों में निवेशकों का पैसा तब तक के लिए फंस गया है जब तक कि फ्रैंकलिन टेंपलटन फंड हाउस खुद निवेशकों को इस राशि का पेमेंट न करे. यानी अगर किसी फंड में एक साल का लॉकइन पीरियड है तो कंपनी के फंड से एक साल से पहले निवेशक अपना पैसा नहीं निकाल सकते हैं.


आज शेयर बाजार पर दिख रहा है निगेटिव असर
आज शेयर बाजार पर इस खबर का निगेटिव असर देखा जा रहा है और शेयर बाजार में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट इसके चलते देखी जा रही है.


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