फ्रैंकलिन टेंपलटन की दो डेट स्कीमों के निवेशकों को जल्द मिलेगा उनका पैसा?
अमेरिकी म्यूचुअल फंड हाउस फ्रैंकलिन टेंपलटन ने अपनी छह डेट स्कीमें बंद करने का ऐलान किया है लेकिन कहा है कि इनके बंद होने का मतलब यह नहीं कि निवेशकों का पैसा डूब गया है
फ्रैंकलिन टेंपलटन की दो डेट स्कीमों के निवेशकों को जल्द मिलेगा उनका पैसा?
फ्रैंकलिन टेंपलटन म्यूचुअल फंड की डेट स्कीमों में निवेश करने वालों के लिए थोड़ी राहत की खबर है. फ्रैंकलिन टेंपलटन अपन छह डेट स्कीमों को बंद करने की प्रक्रिया में है. लेकिन इनमें से दो के निवेशकों को जुलाई के पहले सप्ताह में उनके निवेशक का आठ फीसदी तक वापस मिल सकता है.
अधिकारियों के मुताबिक फ्रैंकलिन अल्ट्रा शॉर्ट टर्म फंड और फ्रैंकलिन डायनेमिक एक्रुअल फंड के निवेशकों को जुलाई तक उनका कुछ पैसा मिल सकता है. फंड हाउस से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि री-पेमेंट शेड्यूल स्कीमों को बंद करने की अनुमति पर निर्भर करेगा. इसके यूनिट होल्डर ई-वोटिंग के जरिये इसकी मंजूरी देंगे. यह प्रक्रिया 9 और 11 जून को होगी. इसके ट्रस्टी स्कीमें बंद करने की अनुमति मिलने के बाद ही सिक्योरिटीज को बेच सकेंगे. उनका कहना है कि हर स्कीम का अपना मेच्योरिटी पीरियड होता है. स्कीम जितनी छोटी अवधि की होगी, निवेशकों का पैसा लौटने की संभावना उतनी जल्दी बन जाती है.
अधिकारियों के मुताबिक फ्रैंकलिन टेंपलटेन की छह डेट स्कीमों में से इन दोनों ने बैंक को अपना कर्जा चुका दिया है और अब इनके पास पर्याप्त कैश है. यूनिट होल्डरों की मंजूरी के बाद ये जल्दी ही निवेशकों को पैसा लौटाना शुरू कर देंगे.
फंड हाउस ने निवेशकों का पैसा लौटाने का किया है पूरा वादा
पहले भी फ्रैंकलिन टेंपलटन ने जल्द ही निवेशकों को पैसा वापस करने का वादा किया था. अमेरिकी फंड हाउस ने पिछले दिनों अपने छह डेट फंड्स को बंद करने की घोषणा की थी. कंपनी ने कोरोना वायरस संकट और लॉकडाउन के चलते कैश की कमी के कारण इन डेट फंड्स को बंद किया था। इससे निवेशकों के करीब 25 हजार करोड़ से अधिक रुपये इन छह डेट फंड्स में फंस गए हैं.
कंपनी ने कहा था फंड्स के बंद कर देने का यह मतलब नहीं है कि निवेशकों का पैसा डूब गया है. फ्रैंकलिन टेंपलटन के एसेट मैनेजमेंट (इंडिया) प्रेसिडेंट संजय ने निवेशकों से एक नोट में कहा, 'जिन स्कीमों को हमने बंद किया है, उनमें मौजूद निवेशकों का पैसा जल्द से जल्द लौटाने के लिए हम सभी प्रयास करने का वादा करते हैं. म्युचुअल फंड्स में लिक्विडिटी के संकट को देखते हुए आरबीआई ने पिछले दिनों म्यूचुअल फंडों के लिए 50,000 करोड़ रुपये की खास लिक्विडिटी सुविधा का ऐलान किया था.