Office Space Design : कोरोना काल के बाद अब धीरे-धीरे कंपनियों के दफ्तर खुलने शुरू हो गए है, जिसके लिए उन्हें ऑफिस स्पेस की जरूरत पड़ने लगी है. दरअसल इससे पहले इन लोगों ने ऑफिस खोलकर बंद कर दिए है. देश के 6 प्रमुख शहरों में जनवरी से जून के बीच ऑफिस स्पेस की मांग काफी बढ़ गई है. आपको मालूम हो कि नई आपूर्ति लगभग दोगुनी होकर 2.37 करोड़ वर्गफुट हो गई. इंवेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी कॉलियर्स (Investment Management Company Colliers) ने यह जानकारी दी है. पिछले वर्ष जनवरी से जून के बीच बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, पुणे, मुंबई और दिल्ली-एनसीआर में ऑफिस स्पेस की आपूर्ति 1.21 करोड़ वर्गफुट रही.
24 लाख वर्गफुट हुई डिमांड
कॉलियर्स आंकड़ों (Colliers Statistics) के अनुसार चेन्नई में नई आपूर्ति जनवरी से जून 2021 में 4 लाख वर्गफुट थी जो जनवरी-जून 2022 में बढ़कर 42 लाख वर्गफुट हो गई. दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में नई आपूर्ति पिछले वर्ष के 15 लाख वर्गफुट से बढ़कर इस वर्ष 24 लाख वर्गफुट हो गई है. हैदराबाद में ऑफिस स्पेस (Office Space) की आपूर्ति 2022 की पहली छमाही में 3 गुना से अधिक बढ़कर 64 लाख वर्गफुट हो गई जो 1 साल पहले 19 लाख वर्गफुट थी.
मुंबई-पुणे में बढ़ी डिमांड
Office Space की डिमांड मुंबई में नई आपूर्ति 8 लाख वर्गफुट से बढ़कर 11 लाख वर्ग फुट हुई है. साथ ही पुणे में नई आपूर्ति पिछले वर्ष के 4 लाख वर्ग फुट से कई गुना बढ़कर 38 लाख वर्ग फुट हो गई है. बेंगलुरु में जनवरी-जून 2022 में नई आपूर्ति घटकर 57 लाख वर्ग फुट हो गई जो 1 साल पहले की समान अवधि में 73 लाख वर्ग फुट थी.
कुल 1.03 लाख वर्ग फुट रही
जनवरी से जून 2022 के बीच 6 शहरों में Office Space को पट्टे पर चढ़ाने की गतिविधि ढाई गुना बढ़कर 2.75 करोड़ वर्ग फुट हुई जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 1.03 लाख वर्ग फुट थी.
हालत में हुआ सुधार
कॉलियर्स इंडिया के सीईओ (CEO) रमेश नैय्यर का कहना है कि कॉरपोरेट कंपनियां 2 सालो से कोरोना काल को लेकर काफी परेशान रही. ऐसे में बढ़ती मांग और सीमित नई आपूर्ति का जो मिलाजुला असर हुआ है उससे 10 तिमाही के बाद पहली बार खाली स्थलों की संख्या घटी है.