नई दिल्लीः अगर आप दिल्ली मेट्रो के सफर के लिए स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो 1 अप्रैल के बाद आपको कार्ड लौटाने पर बची रकम का रिफंड नहीं मिलेगी. दिल्ली मेट्रो के स्मार्ट कार्ड में रिचार्ज कराई गई धनराशि एक अप्रैल से रिफंड नहीं होगी. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने बयान जारी कर कहा कि ऐसा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के दिशानिर्देशों के अनुरूप किया गया है.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने कहा है कि इसके नए और चलन में मौजूद स्मार्ट कार्ड 1 अप्रैल से नॉन रिफंडेबल हो जाएंगे. यानी, कार्ड की वापसी पर बाकी बची हुई राशि का रिफंड नहीं मिलेगा चाहे कार्ड नया हो या फिर पुराना. बयान के मुताबिक, एक अप्रैल के बाद बेचे गए स्मार्ट कार्ड और पहले से प्रचलन में आए कार्ड के पैसे वापस नहीं दिए जाएंगे. हालांकि पुराने कार्ड धारकों के लिए 31 मार्च तक का एक सनसेट पीरियड दिया जाएगा, यानी वे इस तारीख तक यदि अपने कार्ड वापस करते हैं, तो मौजूदा नियम के तहत वे अपनी बाकी बची रकम को वापस ले सकेंगे.
बयान के मुताबिक, कार्डधारकों को एक मार्च से 31 मार्च तक की अवधि दी जाएगी जिसमें इच्छुक यात्री मेट्रो स्टेशन से स्मार्ट कार्ड के लिए रिफंड ले सकते हैं.
डीएमआरसी का कहना है कि दिल्ली मेट्रो के यात्रियों को एक अप्रैल के बाद से जरूरी कटौती के बाद सिर्फ सिक्योरिटी डिपॉजिट धनराशि ही वापस दी जाएगी. गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो कार्डधारकों को उनकी प्रत्येक यात्रा पर 10 फीसदी की छूट मिलती है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब यदि आपके पास स्मार्ट कार्ड है तो 1 अप्रैल यानी नए वित्तीय वर्ष से आपको इसमें मौजूद राशि को पूरा का पूरा खर्च करना होगा. इसका मतलब यह है कि आपको पूरी राशि को यात्रा करके ही खर्च करना होगा.
हालांकि डीएमआरसी ने 1 अप्रैल, 2017 के बाद कार्ड वापस करने पर जरूरी चार्ज की कटौती के बाद सिक्यॉरिटी डिपॉजिट मनी वापस करने की बात कही है. स्मार्ट कार्ड को अधिकतम 2000 रुपए तक के लिए रीचार्ज किया जा सकेगा. बयान के मुताबिक, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के दिशानिर्देशों के तहत यह फैसला लिया गया है.