भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के ऑर्डर के बाद 1 अगस्त से  बैंक ऑटोमेटेड टेलर मशीन (एटीएम) पर इंटरचेंज चार्ज में 2 रुपये की बढ़ोतरी होगी. जून में आरबीआई ने इंटरचेंज चार्ज हर फाइनेंसियल ट्रांजेक्शन 15 रुपये से बढ़ाकर 17 रुपये और नॉन-फाइनेंसियल ट्रांजेक्शन के लिए 5 से बढ़कर 6 रुपये करने की अनुमति दी थी.  


इंटरचेंज फीस बैंकों द्वारा क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से पमेंट प्रोसेस करने वाले मर्चेंट से लिया जाने वाला शुल्क है. संशोधित नियमों के अनुसार ग्राहक अपने बैंक के एटीएम से हर महीने पांच फ्री ट्रांजेक्शन कर सकेंगे. ग्राहक दूसरे बैंक के एटीएम का उपयोग करके मेट्रो सिटी में तीन और नॉन-मेट्रो सिटी में पांच फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन कर सकेंगे.


आरबीआई ने गठित 90 करोड़ की थी समिति
जून 2019 में आरबीआई द्वारा गठित एक समिति के सुझावों के आधार पर ये बदलाव किए गए थे. इंडियन बैंक एसोसिएशन के तत्कालीन अध्यक्ष वीजी कन्नन की अध्यक्षता में गठित समिति ने एटीएम ट्रांजेक्शन के इंटरचेंज स्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान देने के साथ एटीएम चार्जेज की समीक्षा की थी.  


मार्च तक देशभर में थे करोड़ डेबिट कार्ड
आरबीआई ने कहा था कि बैंकों को एटीएम लगाने की बढ़ती लागत और बैंकों या व्हाइट लेबल एटीएम ऑपरेटरों द्वारा किए गए एटीएम रखरखाव के खर्च के साथ-साथ हितधारक संस्थाओं और ग्राहक सुविधा की सहूलियत को संतुलित करने की आवश्यकता को देखते हुए शुल्क बढ़ाने की अनुमति दी गई है. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार 31 मार्च तक  देश में 1,15,605 ऑनसाइट एटीएम और 97,970 ऑफ-साइट टेलर मशीनें और विभिन्न बैंकों की ओर से जारी किए गए लगभग 90 करोड़ डेबिट कार्ड थे.
 
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