Adani Ports Stock Price: अडानी समूह की पोर्ट और लॉजिस्टिक कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (Adani Ports and Special Economic Zone Ltd ) ने ग्लोबल ऑफसोर सप्लाई वेसल ऑपरेटर, एस्ट्रो ऑफशोर ग्रुप (Astro Offshore Group) में 185 मिलियन डॉलर में 80 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का फैसला किया है जिसे पूरी तरह कैश डील में पूरा किया जाएगा. . कंपनी के मौजूदा प्रमोटर के पास 20 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी. अडानी पोर्ट्स ने बताया कि एस्ट्रो दिग्गज ऑफसोर सप्लाई वेसल ऑपरेटर (OSV operator) है. 


स्टॉक एक्सचेंजों के पास रेगुलेटरी फाइलिंग में गौतम अडानी की अडानी पोर्ट्स ने बताया कि कंपनी ने एस्ट्रो में 80 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौता किया है जिसे 185 मिलियन डॉलर के ऑल कैश डील में पूरा किया  जाएगा. कंपनी के मुताबिक इस ट्रांजैक्शन के पहले वर्ष से ही कंपनी वैल्यू क्रिएट करना शुरू कर देगी. 2009 में एस्ट्रो की स्थापना हुई थी जो मिडिल ईस्ट, भारत, ईस्ट एशिया और अफ्रीका में दिग्गज ऑफसोर सप्लाई वेसल ऑपरेटर है. एस्ट्रो के पास 26 ऑफसोर सप्लाई वेसल्स मौजूद हैं और ईपीसी, ऑयल एंड गैस, और रिन्यूएबल इँडस्ट्री से जुड़े इसके कस्टमर्स है. कंपनी के टीयर-1 कस्टमर्स में एनएमडीसी (NMDC), मैकडरमॉट (McDermott), COOEC, एल एंड टी (Larsen & Toubro) और साईपेम (Saipem) है. 


30 अप्रैल 2024 को खत्म हुए वर्ष तक एस्ट्रो का रेवेन्यू 95 मिलियन डॉलर रहा है जबकि EBITDA 41 मिलियन डॉलर रहा था. एस्ट्रो नेट कैश पॉजिटिव कंपनी है. अस अधिग्रहण के जरिए एडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड का मकसद दुनिया की सबसे बड़ी मरीन ऑपरेटर्स बनना है. एस्ट्रो अडानी पोर्ट्स के ग्लोबल मरीन पोर्टफोलियो को विस्तार देगा और रोस्ट में नए टीयर-1 कस्टमर्स को जोड़ेगा.  


अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड के होलटाइम डायरेक्टर और सीईओ अश्विनी गुप्ता ने कहा, एस्ट्रो का अधिग्रहण दुनिया के सबसे बड़े मरीन ऑपरेटर्स बनने के हमारे रोडमैप का हिस्सा है. एस्ट्रो का 26 ओएसवी हमारे मौजूदा 142 टग्स और ड्रेजर्स  की फ्लीट में शामिल होगा जिससे कुल संख्या 168 हो जाएगी.    


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