IIFL Hurun India List: जानिए गौतम अडानी के NRI भाई विनोद शांतिलाल अडानी के बारे में जो हर दिन कमाते हैं 102 करोड़ रुपये
Vinod Shantilal Adani Update: विनोद शांतिलाल अडानी दुबई में रहते हैं और वे दुबई, जर्काता और सिंगापुर में कारोबार संभालते है वे भारत के टॉप 10 अमीरों में छठे स्थान पर हैं.
Vinod Shantilal Adani: अडानी समूह (Adani Group) के चेयरमैन गौतम अडानी ( Gautam Adani) दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं. तो आईआईएफएल हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2022 (IIFL Wealth Hurun India Rich List 2022) के मुताबिक गौतम अडानी की एक साल में हर दिन की कमाई 1612 करोड़ रुपये रही है. पर गौतम अडानी के भाई विनोद शांतिलाल अडानी ( Vinod Shantilal Adani) भी पीछे नहीं है. हुरुन द्वारा जारी किए सूची के मुताबिक विनोद शांतिलाल अडानी सबसे अमीर अप्रवासी भारतीय (Non-Resident Indian) हैं.
5 साल में 850 फीसदी बढ़ी संपत्ति
विनोद शांतिलाल अडानी दुबई में रहते हैं और वे दुबई, जर्काता और सिंगापुर में कारोबार संभालते हैं. उनकी संपत्ति में बीते वर्ष 37,400 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. विनोद शांतिलाल अडानी भारत के टॉप 10 अमीरों में छठे स्थान पर हैं. बीते पांच वर्षों में उनकी संपत्ति में 850 फीसदी का उछाल आया है. उनकी संपत्ति बढ़कर 1.69 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंची है. दोनों अडानी भाईयों को संपत्ति को जोड़ दें तो उनके पास कुल 16.63 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है जो कि हुरुन अमीरों की सूची के टॉप 10 लोगों की 40 फीसदी संपत्ति के बराबर है.
102 करोड़ रुपये की है हर कमाई
IIFL Wealth Hurun India Rich List 2022 में कुल 94 अमीर अप्रवासी भारतीय ने जगह बनाई है जिसमें विनोद शांतिलाल अडानी ने हर दिन 102 करोड़ रुपये की संपत्ति जोड़ा है. इस सूची में हिंदुजा ब्रदर्स दूसरे स्थान पर है और उकी संपत्ति 1.65 लाख करोड़ रुपये है. इसके बाद आर्सलर मित्तल के लक्ष्मी निवास मित्तल का स्थान है जिनके पास 1.5 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है.
दुबई में रहते हैं विनोद शांतिलाल अडानी
विनोद शांतिलाल अडानी के सफर पर नजर डालें तो उन्होंने 1976 भिवाड़ी में वी आर टेक्सटाइल्स नाम की कंपनी के जरिए पावर लूम स्थापित कर सफर की शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने सिंगापुर में दफ्तर खोला. 1994 में वे दुबई में रहने लगे और खाड़ी के देशों में अपने कारोबार का विस्तार किया. दुबई में उन्होंने चीनी, ऑयल, एल्यूमिनियम, कॉपर और आयरन स्क्रैप का कारोबार किया. वे उत्पादक देशों से ये सामान खरीदकर खपत करने वाले देशों में बेचा करते थे.
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