Adani Port Debt: हिंडनबर्ग के हमले के बाद अब अडानी ग्रुप रिकवरी के मूड में नजर आ रहा है. अडानी पोर्ट और स्पेशल इकनॉमिक जोन ने मंगलवार को कहा है कि वह बहुत जल्द 130 मिलियन डॉलर का लोन चुका देगा. वहीं कंपनी ने समय से पहले 413 मिलियन डॉलर का कर्ज चुकाने की पेशकश की है.
कंपनी ने पिछले महीने 2024 में मेच्योर होने वाले 3.375 फीसदी के डॉलर मूल्यवर्ग के 130 मिलियन डॉलर का टेंडर जारी किया था. कंपनी ने कहा कि 2024 में बकाया 3.375 फीसदी की कुल प्राइस में 130 मिलियन डॉलर तक का कैश टेंडर की पेशकश शुरू की थी.
अडानी पोर्ट ने पिछले महीने दिए थे संकेत
अडानी पोर्ट ने पिछले महीने कहा कि 130 मिलियन डॉलर तक के टेंडर के सफल होने के बाद 520,000,000 डॉलर का बकाया रहने की उम्मीद है. इस टेंडर के बाद कंपनी अगली चार तिमाहियों में करीब 130,000,000 के बकाया को कैश में खरीदने की पेशकश करना चाहती है.
कंपनी का क्या है प्लान
अडानी पोर्ट इस कर्ज को चुकाकर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से हुए नुकसान की रिकवरी करना चाहती है. अडानी ग्रुप निवेशकों का भरोसा भी जीतना चाहती है और यह विश्वास दिलाना चाहती है कि वे कंपनी में निवेश कर सकते हैं. बता दें कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी पोर्ट के शेयर तेजी से गिरे थे.
मार्केट कैप में 114 अरब डॉलर का नुकसान
24 जनवरी को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप की सात लिस्टेड शेयरों के मार्केट कैप में करीब 114 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है. रिपोर्ट ने अरबपति गौतम अडानी की कंपनी पर धोखाधड़ी, स्टॉक की हेराफेरी और अन्य वित्तीय गड़बड़ी का आरोप लगाया था. हालांकि कंपनी ने इन सभी आरोपों से इनकार कर दिया है, लेकिन रिपोर्ट आने के बाद से अभी तक शेयर अपने पुराने प्राइस पर नहीं पहुंच पाए हैं. अडानी पोर्ट के शेयर मंगलवार को 1.16 फीसदी बढ़कर 693.05 रुपये पर कारोबार कर रहे थे.
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