GDP: आज आएंगे अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के जीडीपी आंकड़े, जानें कैसी दिख सकती है अर्थव्यवस्था की तस्वीर
GDP Data Today: देश का सकल घरेलू उत्पाद अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कैसा रहा है, इसका आंकड़ा आज सामने आ जाएगा और लोगों के सामने अर्थव्यवस्था की सही तस्वीर सामने आ पाएगी.
GDP Data Today: देश की वास्तविक आर्थिक हालात कैसे हैं इसको लेकर आज स्थिति साफ हो सकती है. केंद्र सरकार आज वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद या आर्थिक विकास दर के आंकड़े जारी करेगी. आज 28 फरवरी को वित्त वर्ष 2023 की अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही के लिए जीडीपी आंकड़े सामने आएंगे जिससे ये पता लगा पाएगा कि देश के आर्थिक स्थिति ठीक है या इस पर चिंता करने की जरूरत है. केंद्र सरकार के आगे के फोकस के बारे में पता चलेगा कि सरकार किस तरह की योजना पर काम करने के बारे में सोच रही है.
जुलाई-सितंबर तिमाही में कितनी थी आर्थिक विकास दर
वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर तिमाही में देश की आर्थिक विकास दर 6.3 फीसदी पर रही थी. आज देश की तीसरी तिमाही के जीडीपी के आंकड़ों का असर शेयर बाजार के सेंटीमेंट पर भी देखा जाएगा और बाजार में उठापठक देखी जा सकती है. गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून तिमाही में देश की जीडीपी दर दहाई अंकों में रही थी. इसके पीछे बड़ी वजह यही थी कि कोरोनाकाल में भारत की जीडीपी में बड़ी गिरावट देखी गई थी और पहली तिमाही के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था के पूरी तरह खुलने का दौर था जिसका असर जीडीपी के बेहतर आंकड़ों के रूप में देखा गया.
अप्रैल-जून में कितनी थी आर्थिक विकास दर
वित्त वर्ष 2023 की अप्रैल-जून तिमाही (Q2FY23) में देश की जीडीपी अप्रत्याशित तरीके से बढ़ी थी और ये 13.5 फीसदी पर आई थी.
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए क्या है जानकारों का अनुमान
वित्तीय जानकारों का कहना है कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भारत की जीडीपी के लिए संकेत बहुत ज्यादा उत्साहजनक नहीं हैं. इसके पीछे वजह है कि इस तिमाही में आर्थिक गतिविधियां असमान तरीके से बढ़ती देखी गई है और ग्रोथ मूमेंटम थोड़ा धीमा रहा है. हालांकि जानकारों का ये भी कहना है कि दूसरी तिमाही में कृषि सेक्टर में खासा सुधार देखा जा सकता है.
आर्थिक जानकारों का ऐसा भी मत है कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में ग्रोथ मूमेंटम के ऊपर कमजोर मांग का असर देखा जाएगा और देश के केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के एग्रेसिव रुख और दरों में बढ़ोतरी का असर ग्रोथ पर देखा जा सकता है.
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