नई दिल्लीः देश की आर्थिक विकास दर को लेकर मामूली राहत की खबर आई है. चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में देश की जीडीपी (आर्थिक विकास दर) 4.7 फीसदी पर आई है जो कि दूसरी तिमाही के मुकाबले मामूली बढ़त है. दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी 4.5 फीसदी रही थी और ये साढ़े छह सालों के निचले स्तर पर आ गई थी. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश की जीडीपी चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 4.7 फीसदी रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 5.6 फीसदी थी.


तिमाही दर तिमाही आधार पर देखें तो पहली तिमाही में देश की जीडीपी 5 फीसदी पर थी. दूसरी तिमाही में 4.5 फीसदी और आज तीसरी तिमाही के आंकड़े आए हैं जिसमें जीडीपी 4.7 फीसदी पर आई है.


इसके अलावा आज कोर इंडस्ट्री के भी आंकड़े आए हैं जिसमें बुनियादी उद्योगों में जनवरी में 2.2 फीसदी बढ़त दर्ज की गई है.


कोर इंडस्ट्री के आंकड़े
कोयला, रिफाइनरी उत्पादों और बिजली उत्पादन बढ़ने से बुनियादी उद्योगों की विकास दक इस साल जनवरी में बढ़कर 2.2 फीसदी रही है. शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक पिछले साल जनवरी में बुनियादी उद्योग की वृद्धि दर 1.5 फीसदी रही थी.


कोयला, रिफाइनरी उत्पादों और बिजली उत्पादन में क्रमश: 8 फीसदी, 1.9 फीसदी और 2.8 फीसदी की बढ़त हुई. आंकड़ों के मुताबिक कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस और फर्टिलाइजर सेक्टर में इस दौरान गिरावट दर्ज की गयी.


चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जनवरी अवधि के दौरान बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर 0.6 फीसदी रही है जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 4.4 फीसदी रही थी. आठ बुनियादी उद्योगों की विकास दर में अगस्त 2019 से नवंबर 2019 तक गिरावट दर्ज की गयी थी.