Gems and Jewellery Export: नवंबर में जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है और इसमें करीब 13 फीसदी की कमी आई है. पिछले साल के नवंबर के मुकाबले इस साल के नवंबर में गहनों, रत्नों, सोने-चांदी के आभूषणों के लिए मांग तो ठीक है लेकिन इस साल ग्लोबल मोर्चे पर चल रहीं दिक्कतों के चलते इनके एक्सपोर्ट में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लंबे समय तक जियो-पॉलिटिकल तनाव के कारण नवंबर में रत्न और आभूषण निर्यात 12.94 फीसदी घटकर 198.62 करोड़ डॉलर (16,763.13 करोड़ रुपये) रह गया है. नवंबर 2023 में रत्न और आभूषण निर्यात 228.14 करोड़ डॉलर का रहा था.
तराशे और पॉलिश किए गए हीरों का निर्यात भी घटा
जीजेईपीसी के आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर में तराशे और पॉलिश किए गए हीरों का निर्यात पिछले साल की समान अवधि के 110.65 करोड़ डॉलर की तुलना में 39.81 फीसदी घटकर 66.60 करोड़ डॉलर रह गया. नवंबर के दौरान पॉलिश किए गए प्रयोगशाला में तैयार हीरों का निर्यात (अस्थायी आंकड़ा) पिछले वर्ष के 10.91 करोड़ डॉलर की तुलना में 42.37 फीसदी घटकर 6.28 करोड़ डॉलर रह गया.
सादे सोने के गहनों के निर्यात में देखी गई तेजी
हालांकि सादे सोने के गहनों का निर्यात नवंबर में 72.12 फीसदी बढ़कर 65.28 करोड़ डॉलर का हो गया, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 37.92 करोड़ डॉलर का हुआ था.
GJEPC के पूर्व अध्यक्ष का क्या है कहना?
जीजेईपीसी के पूर्व अध्यक्ष कॉलिन शाह ने कहा कि लंबे समय से चल रहा जियो-पॉलिटिकल तनाव भारतीय रत्न और आभूषण उद्योग के लिए चिंता का विषय बना हुआ है, जिसके कारण पिछले महीने में तेजी देखने के बाद निर्यात में मंदी आई है. इसलिए, भू-राजनीतिक मोर्चे पर कोई भी महत्वपूर्ण घटनाक्रम आने वाले समय में व्यापार गतिविधियों को बाधित करना जारी रख सकता है. हालांकि उन्होंने कहा कि छुट्टियों के मौसम में करीब होने के कारण हमें उम्मीद है कि बढ़ती खरीदारी की भावना से मांग में तेजी बनी रहेगी..
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